डीएम पुलकित खरे के निर्देश पर गुरुवार को जिलेभर में अभियान चलाकर अवैध क्लनिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस अभियान में कुल आठ अवैध क्लीनिक चलते हुए पाए जिनको सील कर दिया गया। कुछ झोलाछाप अपनी दुकानें बंद कर खिसक लिए, जिनको नोटिस जारी की गई है।
सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार सिंह ने शहर में कई क्लीनिकों को चेक किया। इसमें मोहल्ला छोटा खुदागंज में शफाकत उल्ला खां के क्लीनिक की जांच, जिसके पास डिग्री नहीं मिली। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने तत्काल क्लीनिक को सीज कर दिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि संबंधित ने अपने आप को बीएमएस बता रहा था, पर कोई भी कागज नहीं दिखा सका। इधर, ललौरीखेड़ा में तहसीलदार ने एक छोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई की गई।
झोलाछाप की दुकान में मिली एक्सरे मशीन
पूरनपुर/माधोटांडा। पूरनपुर एमओआईसी डॉ प्रेम सिंह, एसडीएम कलीनगर रामस्वरूप ने माधोटांडा में झोलाछाप डॉक्टरों पर अभियान चलाया। टीम ने राजीव शंखधार की दुकान पर छापेमारी की जहां दुकान के अंदर एक्सरे मशीन चलती पाई गई। मौके पर मौजूद स्टाफ कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाया। यहां कार्यरत दो लोगों को हिरासत में लिया गया। वहीं क्लीनिक संचालक टीम के पहुंचते ही खिसक लिए लिया था। इसके अलावा देशबंधु दवाखाना पर आयुर्वेदिक के स्थान पर एलोपैथिक की दवाई मिली। संचालक मंटू विश्वास संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। अधिकारियों ने दोनों दुकानों को सील कर दिया। कस्बे में ही कई झोलाछाप दुकान बंद कर खिसक गए। अहमद मेडिकल स्टोर पर भी छापेमारी हुई। यहां सब कुछ ठीक ठाक पाया गया। अधिकारियों की कार्रवाई को लेकर हड़कंप मचा रहा।
बरखेड़ा में इलाज करता हुआ पाया गया झोलाछाप, हिरासत में
बरखेड़ा। बीसलपुर एसडीएम चंद्रभानु सिंह ने बरखेड़ा क्षेत्र में अवैध क्लीनिकों के खिलाफ कार्रवाई की। इसमें ज्योहरा कल्यानपुर दीनबंधु विश्वास बिना का क्लीनिग सील कर दिया। साथ ही नोटिस जारी की गई है। इसके बाद एसडीएम ने दौलतपुर पट्टी झोलाछाप नईम अहमद को पकड़ा। जिस पर दौरान नईम अहमद की दुकान पर पहुंचे उस दौरान पांच छह महीने दवा लेने के इंतजार में थे। तभी एसडीएम उसे इलाज करते हुए पकड़ लिया। न तो उसके पास डिग्री मिली और नही कोई अन्य दस्तावेज दिखा पाया गया। तत्काल पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
बीसलपुर में दो झोलछाप दुकान सील
बीसलपुर। एसडीएम चंद्र भानु सिंह ने बीसलपुर क्षेत्र की कई क्लीनिंग चेक किए। इसमें धमेंद्र कुमार को क्लीनिक चलाते हुए पकड़ा। धर्मेद्र के पास कोई भी डिग्री नहीं थी। भसूड़ा चौराहा पर सतेंद्र की दुकान पर सीएमएस का प्रमाण-पत्र मिला पर सीएमएस के यहां पंजीकरण नहीं है। ऐसे में इस दुकान पर भी ताला लगा दिया गया।