अक्षय तृतीया: सर्राफा बाजार रहा बंद, ऑनलाइन गहनों की हुई सर्फिंग
किसी ने खरीददारी की रस्म अदायगी तक नहीं की अक्षय तृतीया पर्व पर कोविड महामारी के कारण शहर का सर्राफा बाजार पूरी तरह बंद रहा। खरीदारी की रस्म तक नहीं...
पीलीभीत। संवाददाता
अक्षय तृतीया पर्व पर कोविड महामारी के कारण शहर का सर्राफा बाजार पूरी तरह बंद रहा। खरीदारी की रस्म तक नहीं हो सकीं। हालांकि ऑनलाइन होकर महिलाएं व युवतियां अपने परिवारों संग गहनों के बारे में सर्फिंग करतीं देखीं गईं।
वैशाख माह भगवान विष्णु का सबसे प्रिय माह माना जाता है। वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। इस दिन सूर्य और चन्द्रमा दोनों ही अपनी उच्च राशि में होते हैं। इसलिए दोनों की सम्मिलित कृपा का फल अक्षय हो जाता है। इसलिए अक्षय तृतीया को किए गए कार्यों के परिणाम सिर्फ शुभ ही होते हैं। दीवाली से पहले धनतेरस की भांति अक्षय तृतीया को भी विशेष पर्व मानते हैं।
इस दिन सोना, चांदी आदि खरीदना शुभ माना जाता है। कोविड-19 के कोरोना संक्रमण को लेकर कफ्र्यू चल रहा है। अक्षय तृतीया पर शहर के लाल रोड, स्टेशन चौराहा, चौक स्थित सर्राफा बाजार की दुकानें पूरी तरह से बंद रही। छोटी अथवा बड़ी कोई सर्राफा की दुकान नहीं खुली। शटर में ताले लटकते नजर आए। इस वजह से अक्षय तृतीया पर ज्वैलरी की खरीदारी करने वाले लोग मायूस नजर आए। वह अक्षय तृतीया पर्व पर ज्वैलरी खरीदने की रस्म अदायगी भी नहीं कर पाए। सर्राफा दुकानदारों के मुताबिक, ऑनलाइन कारोबार भी नहीं हो पाया।
कोरोना में सभी सर्राफ बंधु एक दूसरे की मदद के लिए काम करेंगे ना कि माल बेचने में। अक्षय तृतीया पर किसी प्रकार का कारोबार नहीं हुआ है। पहले कोरोना काल से मुक्ति पाना है। जान है तो जहान है। ऑनलाइन बुकिंग भी नहीं थी। आप सभी को अक्षय स्वास्थ्य, जीवन प्राप्त हो।
-शैली अग्रवाल, महामंत्री
सर्राफ एसोसिएशन, पीलीभीत।
कोविड-19 संक्रमण काल में आम जन मुश्किल दौर से गुजर रहा है। ऐसे में अक्षय तृतीया पर प्रतिष्ठान पहले ही बंद रखने का फैसला ले लिया गया था। अक्षय तृतीया पर किसी प्रकार के जेवरात की बिक्री नहीं हुई।
- अतुल अग्रवाल सर्राफ (चॉइस)