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एडीएम और टीम ने बरेली हाईवे पर महायोजना के बिंदु खंगाले

महायोजना 2031 के लिए बनी रिपोर्ट का स्थलीय सत्यापन करने के लिए डीएम के निर्देश पर एडीएम ने कई जगह औचक निरीक्षण...

एडीएम और टीम ने बरेली हाईवे पर महायोजना के बिंदु खंगाले
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतThu, 08 Jun 2023 04:30 PM
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पीलीभीत। महायोजना 2031 के लिए बनी रिपोर्ट का स्थलीय सत्यापन करने के लिए डीएम के निर्देश पर एडीएम ने कई जगह औचक निरीक्षण किया। संबंधित लेखपाल और लोनिवि के अधिकारियों से भी आपेक्षित जानकारियां लीं। उपरांत अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है। अब डीएम की रिपोर्ट शासन के माध्यम से राज्यपाल को जाएगी। पिछले वर्ष एक अगस्त से महायोजना 2031 का प्रारूप तय कर प्रक्रिया चल रही है। इसके अंतर्गत एक माह तक आपत्तियां मांगी गईं। इसमें करीब 246 आपत्तियों का निस्तारण किया गया। टाउन प्लानर समेत अन्य टीम के साथियों की रिपोर्ट का स्थलीय सत्यापन करने के लिए डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने जिम्मेदारी एडीएम विरा. राम सिंह गौतम को दी। इस पर एडीएम ने शहर के अंदर के कुछ स्थानों के अलावा सर्वाधिक बेशकीमती माने जाने वाली जगह पीलीभीत बरेली मार्ग पर गाटा संख्या और रकबे को चेक किया। इसमें लेखपाल धर्मेंद्र कुमार से दस्तावेज देखे गए। एडीएम ने कहा कि व्यवसायिक और आवासीय दोनों ही लिहाज से बरेली रोड कीमती मानी गई है। इस पर कहां निर्माण है और नए आवासीय कांप्लेक्स व बिजनेस एरिया विकसित किया गया है। इसकी जांच की गई है। बिंदुओं पर समग्र रिपोर्ट बना कर जिला प्रशासन को सौंपी गई है। टीम ने अतिरिक्त मजिस्ट्रेट दिग्विजय सिंह, संजीव सहगल समेत अन्य मौजूद रहे।

डीएम की रिपोर्ट ही रहेगी फाइनल

सर्वाधिक आपत्तियां लैंड यूज को लेकर हैं। इसमें कहा गया है कि खेती की जमीन को आवासीय करने पर जोर दिया गया है। यही नहीं बरेली रोड पर रिहायशी कॉलोनी विकसित करने को भी कई प्रस्ताव हैं। पर इन सब बिंदुओं पर एडीएम की जांच आख्या के बाद डीएम की फाइनल रिपोर्ट ही महत्वपूर्ण मानी जाएगी।

तीन जोन में बांटा गया है महायोजना को

नेशनल हाईवे के दोनों साइड में तीन-तीन सौ मीटर जमीन को आवासीय किया जाएगा। इसमें 97 हेक्टेयर भूमि उद्योगों के लिए प्रस्तावित की गई है। नए उद्योग के महायोजना में बनाए गए जोन दो और तीन के चिह्नित क्षेत्रफल में भूमि पर उद्योग विकसित होंगे। शहर के साथ आसपास के 41 गांव विनियमित क्षेत्र की सीमा में शामिल किये गये हैं।

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