पीलीभीत टाइगर रिजर्व भी हो गया कैशलेस
पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया की दौड़ में अब इस सत्र से पीलीभीत टाइगर रिजर्व भी शामिल हो गया है। चुका की सैर करने आने वाले टूरिस्टों से अब किसी भी मद में नकद भुगतान नहीं लिया जाएगा। टाइगर रिजर्व के...
पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया की दौड़ में अब इस सत्र से पीलीभीत टाइगर रिजर्व भी शामिल हो गया है। चुका की सैर करने आने वाले टूरिस्टों से अब किसी भी मद में नकद भुगतान नहीं लिया जाएगा। टाइगर रिजर्व के गाइडों के अलावा वाहन चालकों को भी नकद भुगतान नहीं होगा। कैशलेस के लिए मुस्तफाबाद और चूका गेट पर स्वाइप मशीनों को लगाया जा रहा है।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में आने वाले टूरिस्ट अब तक आनलाइन बुकिंग कराने के बाद गाड़ी अैर प्रवेश शुल्क का नकद भुगतान करते थे। इस बार ऐसा नहीं होगा और नकद भुगतान पर तत्काल रोक लगा दी गई है। नकद लेने देन पर लगी पाबंदी को लेकर वन निगम के प्रभागीय लौगिंग प्रबंधक पी ब्रह्मानंदन ने डीएफओ को जारी पत्र में कहा है कि चूका आने वाले पर्यटकों के लिए आनलाइन और आफलाइन बुकिंग शुरू कर दी गई है। पर्यटकों से टैरिफ में वूसल किए जाने वाला शुल्क, वाहन शुल्क टाइगर रिजर्व के स्तर से भुगतान होना है। आनलाइन और आफ लाइन हटों की बुकिंग का शुल्क वन निगम के पास जमा होता है। कहा गया है कि डे विजिटर से प्रवेश शुल्क सौ रुपए वसूली सीधे टाइगर रिजर्व करेगा और इसका भुगतान वन निगम नहीं करेगा। अन्य मदों में हुई वसूली को सीधे नहीं दिया जाएगा। इसके लिए बैंक खाता और आईएफएस कोड को मांगा गया है। कैसलेस के लिए मशीनों को लगाया जा रहा है। इसके साथ ही गाइडों को भी सीधे भुगतान नहीं किया जाएगा। इसके लिए गाइडों से भी बैंक खाता नंबर और कोड को मांगा गया है।