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12 गांवों के लोगों की जान हलक में, अधिकारी कह रहे उन्हें पता नहीं

खिरकिया बरगदिया में सुतिया नाला पर दो वर्ष पहले टूटी पुलिया की खोजखबर लेने वाला कोई नहीं है। इसके कारण आसपास के 12 गांवों के हजारों लोग जान जोखिम में डालकर रोजाना पुलिया पार करने को मजबूर हैं। आए दिन...

12 गांवों के लोगों की जान हलक में, अधिकारी कह रहे उन्हें पता नहीं
हिन्दुस्तान टीम,पीलीभीतWed, 02 Oct 2019 02:28 AM
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खिरकिया बरगदिया में सुतिया नाला पर दो वर्ष पहले टूटी पुलिया की खोजखबर लेने वाला कोई नहीं है। इसके कारण आसपास के 12 गांवों के हजारों लोग जान जोखिम में डालकर रोजाना पुलिया पार करने को मजबूर हैं। आए दिन लोग पुलिया से फिसलकर घायल होते रहते हैं। लगातार शिकायतों के बाद भी न तो जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न ही प्रशासन को कोई फर्क पड़ रहा है। मामले में एसडीएम का कहना है कि उन्हें जानकारी नहीं है।

प्रदेश सरकार द्वारा सड़क और सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए अतिरिक्त बजट खर्च किए जा रहे हैं। इसके बावजूद पूरनपुर विकास खंड के चंदिया हजारा से खिरकिया बरगदिया और ध्रुव कॉलोनी के पास सुतिया नाला से सैकड़ों लोग आवागमन करते हैं। कई वर्ष पहले सुतिया पर घटिया तरीके से पुलिया बनाई गई थी। जो दो वर्ष पहले भरभरा कर गिर गई। पुलिया बनाने को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अफसरों से मिलकर मांग की। इसके बावजूद अभी तक पुलिया का निर्माण नहीं कराया जा सका है।

अधिकारियों की लापरवाही के चलते लोगों के सामने संकट पैदा हो गया है। कबीरगंज नौकाघाट और किसान खेतों मे आवागमन नहीं कर पा रहे हैं। इस समस्या से जूझ रहे लोगों ने सुतिया के ऊपर बल्ली रखकर पटरे बांस लगाकर जुगाड़ बनाया। इससे जरूरतमंद लोग जान जोखिम में डालकर आवागमन करते हैं । इन दिनों जुगाड़ नुमाबॉस के पटरे जगह-जगह से टूट गए हैं। इससे निकलने में फिर दिक्कत हो गई है।

गत दिवस शेरपुर कला का एक युवक बाइक निकालते समय पैर फिसल गया। जो दुर्घटना होने से बाल बाल बच गया। फिलहाल आए दिन कोई न कोई चोटिल हो जाता है। इसके बावजूद प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है । शायद कोई बड़ी घटना होने के बाद कुंभकरण की नींद टूटेगी।

 

एडीएम बोले, किसी ने उन्हें जानकारी नहीं दी

पूरनपुर के एसडीएम चंद्रभानु सिंह बोले, ‘मुझे इस मामले का संज्ञान नहीं है, और न ही किसी ने कोई जानकारी दी। खिरकिया बरगदिया अगर ऐसी समस्या है तो इसका तत्काल समाधान किया जाएगा।

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