ट्रेन में नहीं लगी पार्सल वैन, दिन भर स्टेशन पर इंतजार करती रह गईं 20 भैंसें
- पार्टी कोच के बाद अब पार्सल वैन की भी किल्लत हो गई है। ऑन डिमांड पार्सल वैन मिलने में काफी दिक्कत आ रही है। इससे व्यापारियों को कितना नुकसान हो रहा है, यह बीते शुक्रवार को फर्रुखाबाद स्टेशन पर दिख गया। यहां एक पार्टी ने भैंस ले जाने के लिए कासगंज की पार्सल वैन की पांच सप्ताह के लिए बुकिंग कराई थी।

Parcel van in train: फर्रुखाबाद स्टेशन परिसर बीते शुक्रवार को दिनभर भैंसों का तबेला बना रहा। इन भैंसों को यमुनानगर स्पेशल ट्रेन से यमुनानगर भेजना था। इसके लिए कासगंज के व्यापारी ने पार्सल वैन (वीपीओ) की बुकिंग की थी। लेकिन व्यापारी जब भैंसों को लेकर स्टेशन पहुंचा और ट्रेन आई तो उसमें पार्सल वैन लगी ही नहीं थी।
दरअसल, पार्टी कोच के बाद अब पार्सल वैन की भी किल्लत हो गई है। ऑन डिमांड पार्सल वैन मिलने में काफी दिक्कत आ रही है। इससे व्यापारियों को कितना नुकसान हो रहा है, यह बीते शुक्रवार को फर्रुखाबाद स्टेशन पर दिख गया। यहां से भैंस ले जाने के लिए कासगंज की एक पार्टी ने पार्सल वैन की पांच सप्ताह के लिए बुकिंग कराई थी। चार सप्ताह तक लगातार पार्सल वैन मिली लेकिन इस बार पार्टी 20 भैंसों को लेकर स्टेशन पहुंची तब पता चला कि ट्रेन में वीपीओ लगा ही नहीं है।
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ऐसे में रेलकर्मियों ने भैंसों को भेज पाने में असमर्थता जता दी। यह सुनते ही पार्टी के होश उड़ गए। इसके बाद व्यापारी ने एनईआर मुख्यालय पहुंच कर अफसरों से गुहार लगाई लेकिन यहां से भी कोई समाधान नहीं मिला। वैन बुक कराने वाले गौस अहमद का कहना है कि 15 हजार रुपये खर्च कर उन्होंने अलग-अलग जगहों से भैंसें स्टेशन पर मंगाई थीं। पार्सल वैन न मिलने से उनका आर्थिक नुकसान तो हुआ ही, व्यापार भी प्रभावित हुआ।
अब 120 दिन पहले करा सकेंगे पार्सल और एसएलआर कोच की बुकिंग
नियमित चल रहीं स्पेशल ट्रेनों में लगने वाले पार्सल और एसएलआर (सीटिंग कम लगेज रेक) कोच की बुकिंग भी 120 दिन पहले हो जाएगी। पूर्वोत्तर रेलवे सहित सभी जोन में यह नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। कोच की बुकिंग करते समय रेल उपभोक्ताओं को दस फीसद भाड़ा जमा करना होगा। ट्रेन छूटने के 72 घंटे पहले शेष बचा 90 फीसदी मालभाड़ा जमा करना अनिवार्य होगा। भाड़ा जमा नहीं होने की दशा में कोच की बुकिंग निरस्त कर दी जाएगी। 72 घंटे पहले बुकिंग निरस्त करने पर जमा मालभाड़ा का 50 फीसद वापस हो जाएगा। लेकिन ट्रेन छूटने से 72 घंटे के अंदर बुकिंग निरस्त करने पर मालभाड़ा वापस नहीं होगा। अभी तक ट्रेन छूटने के एक दिन पहले ही कोच की बुकिंग हो रही थी।