ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेशसुबह हटाने की चेतावनी, शाम को काम पर लौटे एम्बुलेंस कर्मचारी

सुबह हटाने की चेतावनी, शाम को काम पर लौटे एम्बुलेंस कर्मचारी

पडरौना। निज संवाददाता कुशीनगर जिले में पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर...

सुबह हटाने की चेतावनी, शाम को काम पर लौटे एम्बुलेंस कर्मचारी
हिन्दुस्तान टीम,पडरौनाFri, 30 Jul 2021 04:03 AM
ऐप पर पढ़ें

पडरौना। निज संवाददाता

कुशीनगर जिले में पिछले चार दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चल रहे एम्बुलेंस कर्मचारियों को गुरुवार की सुबह जब हटाने की चेतावनी दी गई तो भी वह काम पर नहीं लौटे। कर्मचारियों के अड़ियल रवैये को देख जिला प्रशासन ने नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी। दिन के 10 बजे से एडीएम कार्यालय पर नियुक्ति के लिए लाइन लगी तो हड़ताल पर रहे कर्मचारियों के चेहरे पर साफ-साफ मायूसी दिखी। जीवनदायिनी एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों ने शासन स्तर पर वार्ता शुरू की। इसके बाद शाम करीब चार बजे सभी 75 एम्बुलेंस के कर्मचारी अपने काम पर लौट आए।

जिले में कुल 75 एम्बुलेंस 108, 102 और एलएस संचालित होती है। प्रत्येक एम्बुलेंस पर दो शिफ्टों में दो ईएमटी व दो पॉयलट की तैनाती आउट सोर्सिंग से की गई है। जीवनदायिनी एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले ईएमटी व पॉयलट अपनी मांगों को लेकर पिछले चार दिनों से हड़ताल पर चल रहे थे। बुद्धा पार्क में बैठकर कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे थे। एम्बुलेंस संचलन ठप होने से सीएचसी-पीएचसी व जिला अस्पताल से रेफर किए जाने वाले मरीजों की परेशानी बढ़ गई थी। मरीजों की परेशानी को देखते हुए एम्बुलेंस कर्मियों से वापस काम पर लौटने की अपील की गई, लेकिन कर्मचारी मांगों को पूरा होने तक हड़ताल जारी रखने की बात कह काम पर नहीं लौटे। गुरुवार की सुबह जिला प्रशासन द्वारा यह चेतावनी दी गई कि अगर वह काम पर नहीं लौटे तो उनकी जगह किसी और को रखकर काम कराया जाएगा। इस चेतावनी के बाद भी जब कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो गुरुवार को दिन के 10 बजे से एडीएम कार्यालय में नई नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। नियुक्ति को लेकर बड़ी संख्या में लोग कार्यालय पर पहुंचे हुए थे। यह देख हड़ताल पर रहे कर्मचारी मायूस नजर आए। संघ के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों ने शासन स्तर पर वार्ता की। आश्वासन मिलने के बाद एम्बुलेंस कर्मचारी गुरुवार की शाम 4 बजे काम पर लौट आए।

कलक्ट्रेट पर दिखा उत्साह, बुद्धा पार्क में मायूसी

एम्बुलेंस कर्मचारियों की नई नियुक्ति को लेकर कलक्ट्रेट पर गुरुवार को पहुंचे लोगों में उत्साह नजर आया तो बुद्धा पार्क में हड़ताल पर बैठे एम्बुलेंस कर्मचारी मायूस दिखे। एडीएम कार्यालय के मुख्य द्वार से लेकर कलक्ट्रेट परिसर तक एम्बुलेंस कर्मचारी की नियुक्ति के लिए सुबह से लेकर दोपहर तक जमे रहे। बुद्धा पार्क में हड़ताल पर रहे एम्बुलेंस कर्मचारियों का कहना था कि कोरोना काल में वे अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा की। उन्हें समय से अस्पताल तक पहुंचाया। अपने अधिकारों की मांग करने पर उन्हें हटाने की चेतावनी दी जा रही है। कर्मचारियों ने यह तक बताया कि देर रात करीब 1 बजे जिला प्रशासन ने पुलिस फोर्स के साथ बुद्धा पार्क में पहुंच उनसे सभी एम्बुलेंस की चाबी ले ली थी।

रात में ही डीएम ने करा ली हड़ताल खत्म कराने की तैयारी

कुशीनगर।

डीएम एस राज लिंगम ने बुधवार की रात ही हड़ताल खत्म कराने की योजना बना ली थी। रात में ही उन्होंने एडीएम व अन्य अधिकारियों से बात की और कहा एंबुलेंस अति आवश्यक सेवाओं में शुमार है और एक भी दिन के लिए इसे बंद नहीं रखा जा सकता। ऐसे में हमें तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। यदि हड़ताल पर गए कर्मी वापस नहीं हुए तो तत्काल जिले भर से ऐसे एंबुलेंस चालकों को बुलाएं जो दैनिक मानदेय पर काम करने के इच्छुक हों। एडीएम ने सभी एसडीएम व अन्य अधिकारियों को रात में यह मैसेज पहुंचा दिया कि दैनिक 400 रुपये के मानदेय पर एंबुलेंस चालकों की सुबह से एडीएम कार्यालय में भर्ती की जाएगी। इच्छुक लोगों को जरूरी कागजात के साथ कार्यालय भेजें। इसके बाद गुरुवार को सुबह से ही उनके कार्यालय एंबुलेंस चालकों की भर्ती के लिए लाइन लग गयी।

रात को ही सभी एसडीएम व अन्य जिम्मेदारों को सूचना देकर नए एम्बुलेंस चालकों को दैनिक मानदेय पर काम पर रखने के लिए कहा गया था। सभी 75 एम्बुलेंस के लिए 75 चालक की जरूरत थी। नई नियुक्ति के लिए गुरुवार को 189 चालक अभिलेखों के साथ पहुंच गए थे। सभी की सूची बना ली गई है। जरूरत पड़ने पर इनसे काम लिया जाएगा।

विंध्यवासिनी राय, एडीएम, कुशीनगर

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें