माइनर सफाई के नाम पर सिर्फ कोरमपूर्ति, किसानों में आक्रोश
Padrauna News - कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में सिसवा बांक खास माइनर की सिल्ट सफाई के लिए ई-टेंडर हुआ था, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि सिर्फ कोरमपूर्ति हुई है। किसानों में आक्रोश है क्योंकि माइनर की सफाई के...

कुशीनगर। तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के सिसवा बांक खास माइनर की सिल्ट सफाई के लिए ई-टेंडर हुआ था। उससे माइनर में सिल्ट सफाई के नाम पर सिर्फ कोरमपूर्ति हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि सिल्ट सफाई के मद का धनउगाही की गई है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश व्याप्त है। तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के सिसवा बांक खास माइनर की सिल्ट सफाई के लिए ई-टेंडर हुआ था। बांक खास माईनर .800 से बांकखास माईनर 2.600 से आगे सिंचाई विभाग द्वारा जेसीबी मशीन से सिल्ट सफाई का कार्य जेई द्वारा कराया गया है जो सिर्फ कोरमपूर्ति हुई है। बांकखास माईनर से जवहीं मलही, एहतमाली, बेदूपार, जवहीं मलही मुसतकिल, बेदुपार एहतमाली, बांकखास सहित दर्जनों गांवों के किसानों के सिंचाई का मुख्य साधन है, लेकिन माईनर की बदहाल स्थिति होने से किसान पंपिंग सेट से सिंचाई करते हैं। इससे किसानों की लागत बढ़ गई है। बांकखास माईनर 2.600 के आगे माईनर की सिल्ट सफाई के नाम पर नाला बना दिया गया है। बांकखास माईनर बांकखास एवं बेदुपार के बीचोबीच से निकलने वाली बेदुपार बांकखास मुख्य मार्ग पर जलनिकास के लिए कोई टेलगुल नहीं है। इससे एक तरफ से दूसरी तरफ वर्षों से पानी का बहाव नहीं होता है। सिंचाई विभाग द्वारा प्रत्येक साल सिल्ट सफाई व बेड मरम्मत के नाम पर अवैध भुगतान किया जाता है। सिंचाई विभाग द्वारा ई-टेंडर निकाल कर बांकखास माईनर की सिल्ट सफाई के नाम पर धन का निकाला गया है, लेकिन हेड से टेल तक सफाई नहीं हुई है। सतीश गुप्ता, रमेश चौरसिया, विजय गुप्ता, बैजनाथ राय, विशाल यादव, प्रदीप दुबे, पप्पू पांडेय आदि किसानों का आरोप कि सिंचाई विभाग माईनर की सफाई के नाम पर प्रत्येक साल लाखों रूपये खर्च करती है, लेकिन अब तक नहर में हेड से टेल तक नहीं पहुंच सकी है। बताया कि 2 फीट चौड़ी व 4 किमी लंबी माइनर की सफाई के नाम पर 80 हजार रूपये की निकासी हुई है।
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