पंचायत चुनाव के मद्देनजर आधा दर्जन अपराधी जिला बदर
उरई। हिंदुस्तान संवाद पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ने जनपद में निरोधात्मक कार्रवाई...
उरई। हिंदुस्तान संवाद
पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ने जनपद में निरोधात्मक कार्रवाई होने का सिलसिला तेजी से शुरू करा दिया है। जिसके चलते जनपद में संगीन अपराधों में लिप्त रहे आधा दर्जन लोगों पर जिला बदर की कार्रवाई की गई है। जिला बदर हुए अपराधियों की जानकारी संबंधित थाने के साथ-साथ जिलेभर के थानों में भेज दी गई है।
बीते दिनों जनपद में हुए संगीन अपराधों में अहम भूमिका निभाने वाले कलूटे उर्फ अर्जुन पुत्र रबूदे निवासीथाना नदीगांव, बृजबिहारी उर्फ बडे़ दुबे पुत्र नरसिंह पाल निवासी ग्राम टीहर थाना रामपुरा, दीप सिंह उर्फ कल्लन पुत्र उपेन्द्र सिंह निवासी ग्राम बिरियां थाना माधौगढ़, मंगल सिंह उर्फ ढपू पुत्र दयाराम निवासी कस्बा नदीगांव, गुड्डू काना पुत्र शौकत अली निवासी मोहल्ला भट्टीपुरा कस्बा कालपी और संजू उर्फ संजीव पुत्र जयप्रकाश लोधी निवासी ग्राम ददरी थाना आटा को पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने छह माह के लिए जिलाबदर कर दिया। उक्त लोगों के खिलाफ जनपद के थानों में गंभीर धाराओं जैसे चोरी, लूट, बलवा गुंडा अधि. आदि में अभियोग पंजीकृत हैं। एसपी ने बताया कि उक्त लोग अगर जनपद की सीमा के अंदर पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध गुण्डा नियंत्रण अधि. 1970 की धारा 10 के अन्तर्गत कार्रवाई की जाएगी। सम्बन्धित थाना प्रभारी उक्त कार्रवाई से तीन दिवस के अन्दर सम्बन्धित न्यायालय को अवगत कराएंगे।
चुनाव में पहले 16 हज़ार शत लाइसेंसी असलहे जमा कराने पर जोर
उरई। पंचायत चुनाव से पहले जनपद में शत-प्रतिशत लाइसेंसी असलहों को जमा कराना पुलिस के लिए चुनौती से भरा हुआ है। गौरतलब है कि जनपद में करीब 16000 लाइसेंसी असलहे हैं। इन सभी को शत-प्रतिशत जमा कराने के लिए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने सभी थानेदारों और कोतवालों को हिदायत दी है कि समय से सभी जगह के असली जमा हो जाए। पंचायत चुनाव में एक-एक वोट का महत्व होने की वजह से जबरदस्त पार्टीबंदी होती है। गई बार चुनाव के दौरान हिंसा तक हो जाती है। ऐसे में शत फीसद लाइसेंस असलहे भी जमा कराने की योजना एसपी ने बनायी गई है।