जैविक खेती से कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं किसान
उरई। हिंदुस्तान संवाद कृषि विकास योजना के तहत डीडी कार्यालय में किसानों को...
उरई। हिंदुस्तान संवाद
कृषि विकास योजना के तहत डीडी कार्यालय में किसानों को जैविक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए कृषि मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया। इस दौरान किसानों को जैविक खेती करने की सलाह दी गई। जिससे जमीन की उर्वरा क्षमता को बरकरार रखते हुए अधिक मुनाफा कमाया जा सके।
उप कृषि निदेशक कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कृषि वैज्ञानिक एसएस कुशवाहा ने कहा कि वर्तमान में रासायनिक खादों के अंधाधुंध प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति घट रही है और इससे उत्पादित होने वाले खाद्यान्न भी आम लोगों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में किसानों को जैविक खेती की ओर उन्मुख होना होगा। जिससे उन्हें अधिक लाभ प्राप्त हो सके और जमीन की उर्वरक क्षमता भी कायम रहे। उन्होंने किसानों को देशी तकनीक की जानकारी देते हुए बीजामृत, जीवामृत, पंचगव्य बनाने के तरीके बताएं इसके साथ ही उनको वर्मी कंपोस्ट यूनिट संचालित करने के बारे में भी जानकारियां दी गई। इस मौके पर मौजूद कुछ किसानों ने बताया कि वह अपने खुद के तैयार किए गए जैविक खाद का प्रयोग कर रहे हैं जिससे उत्पादन भी अच्छा हो रहा है और जमीन की उपजाऊ क्षमता भी बढ़ रही है। लक्ष्मीकांत चतुर्वेदी ने भी किसानों को जैविक खेती करने की सलाह दी और उत्पादों का प्रदर्शन भी किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सत्येंद्र ऑर्गेनिक फार्मिंग खरगोन मध्य प्रदेश द्वारा किया गया। इस मौके पर अशोक कुमार, सुभाष दुबे हरकौती, सत्येंद्र कुमार सहित पांच सैकड़ा किसान मौजूद थे।