सबसे महंगी हिन्दी किताब है ‘महंगी कविता’; 25 हजार रुपये दाम, पहला संस्करण बिका, दूसरे की तैयारी
- हिन्दी की सबसे महंगी किताब का खिताब हासिल कर चुकी महंगी कविता नाम की पुस्तक की कीमत 25 हजार रुपये है। वाराणसी के ओमा द अक् की इस किताब का पहला संस्करण बिक गया है। दूसरा संस्करण नए साल में आएगा।

वाराणसी के आध्यात्मिक विचारक ओमा द अक् का कविता संग्रह ‘महंगी कविता’ हिन्दी की सबसे महंगी किताब है जिसकी एक कॉपी 25 हजार रुपये की है। प्रयागराज पुस्तक मेला में इस किताब को देखने के लिए वाणी प्रकाशन के काउंटर पर साहित्य प्रेमियों की सिर्फ भीड़ नहीं लगी बल्कि 9 लोगों ने इस किताब को खरीदा भी। फरवरी 2024 में ओमा द अक् की इस किताब का विमोचन हुआ था और पहले संस्करण में वाणी प्रकाशन ने जो किताबें छापी थी, वो सब अब बिक गई है। प्रकाशक ने कहा है कि जनवरी 2025 तक नया संस्करण आ जाएगा। दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व पुस्तक मेला में पाठकों को इसका नया संस्करण मिलेगा।
मेले में इस किताब को खरीदने से ज्यादा लोग देखने आते हैं। 32 पेज के कविता संग्रह में 348 कविताएं शामिल हैं। यानी पुस्तक के हर पेज का दाम लगभग 83 रुपये है। गोल्डेन किनारों वाली इस पुस्तक में कविताओं के साथ आकर्षक चित्रांकन भी है। वाणी प्रकाशन के स्थानीय प्रबंधक विनोद तिवारी ने बताया कि मेले में नौ पुस्तकें बिक चुकी हैं। तिवारी ने बताया कि कोशिश है कि दिल्ली में विश्व पुस्तक मेला तक नया संस्करण आ जाए। ‘महंगी कविता’ में आधार कार्ड शीर्षक कविता की कुछ पंक्तियां…
मैंने गंगा की दुर्दशा देख पूछा, गंगा तुम दुबराती जा रही हो
कुपोषण का शिकार लगती हो, इलाज क्यों नहीं करवाती
प्रधानमंत्री की आयुष्मान योजना में मुफ्त इलाज मिलता है
गंगा ने उत्तर दिया, मेरे पास आधार कार्ड नहीं है…
‘महंगी कविता’ के कवि ओमा द अक् ने किताब की कीमत 25 हजार रुपये रखने के कारण पर कहा- “मेरे मन में कई विचार थे। पहला यह कि ज्ञान भी मूल्यवान होता है। लोग 10-20 हजार का जूता और पैंट खरीद कर पहनते हैं लेकिन ज्ञान सस्ता खोजते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।” उन्होंने बताया कि पहला संस्करण फरवरी 2024 में आया था। उसकी लगभग 200 प्रतियां बिक चुकी हैं। प्रयागराज पुस्तक मेला में भी पाठकों ने इसे पसंद किया है। यहां नौ पुस्तकें बिकी हैं। कुछ लोगों ने पुस्तक को किस्त पर भी लिया है।
ओमा द अक् को 2016 में मिला था यश भारती सम्मान
वाराणसी कैंट के रहने वाले ओमा द अक् को ज्योतिष और सामाजिक अवदान के लिए 2016 में यश भारती सम्मान मिल चुका है। स्नातक की शिक्षा बीच में छोड़ने वाले ओमा द अक् की ज्योतिष, आध्यात्म और फोटोग्राफी में गहरी रुचि है।