अब व्योमिका सिंह के लिए रामगोपाल यादव ने जातिसूचक बात की, ऑपरेशन सिंदूर में पीडीए गिना रहे थे सपा नेता
भारतीय सेना में कर्नल सोफिया कुरैशी पर एमपी के मंत्री के विवादित बयान के बाद अब वायुसेना की विंग कमांडर ब्योमिका सिंह को लेकर समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया है।

भारतीय सेना में कर्नल सोफिया कुरैशी पर एमपी के मंत्री विजय शाह के विवादित बयान के बाद अब वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया है। रामगोपाल यादव मुरादाबाद में ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा करते हुए इसमें शामिल अधिकारियों में भी पीडीए की गिनती करने लगे। रामगोपाल ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर कहा कि वह हरियाणा की जाटव हैं। व्योमिका के लिए रामगोपाल ऐसा जातिसूचक शब्द बोल गए जो हम यहां नहीं लिख सकते। रामगोपाल ने कहा कि एयर मार्शल भारती भी पूर्णिया के यादव हैं। तीनों तो पीडीए के हैं। एक मुसलमान, दूसरा जाटव और तीसरा यादव। ये तीनों PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) ही हैं। ये पूरा युद्ध तो PDA ने ही लड़ा। भाजपा किस आधार पर इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है।
प्रो. यादव गुरुवार को बिलारी क्षेत्र के ग्राम दिनौरा में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की स्मृति में बन रहे उपवन के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इसी मंच से उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और केंद्र सरकार की तिरंगा यात्रा को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इस सैन्य अभियान का राजनीतिक श्रेय लेने की कोशिश कर रही है।
यहीं बात करते हुए रामगोपाल यादव ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में बयान दिया, जिसमें उनकी जाति का उल्लेख कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन में शामिल तीन अधिकारी उस वर्ग से आते हैं जिन्हें भाजपा अक्सर नजरअंदाज करती है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को उनकी पृष्ठभूमि की जानकारी होती, तो उनके साथ भी वही व्यवहार किया जाता जो कर्नल सोफिया कुरैशी के साथ हुआ।
रामगोपाल यादव ने अपने संबोधन में पहले महिला अधिकारी को 'दिव्या' कहकर संबोधित किया, लेकिन मंच पर मौजूद सपा सांसद आदित्य यादव के टोकने पर उन्होंने नाम सुधारते हुए 'व्योमिका सिंह' कहा। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार के एक मंत्री द्वारा कर्नल सोफिया को लेकर दिए गए बयान की निंदा करते हुए उसे निंदनीय और अनुचित बताया। साथ ही, यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप के दबाव में भारत सरकार ने सीजफायर किया, जिससे सैन्य सफलता को राजनीतिक नुकसान में बदल दिया गया।
प्रशासन ने लिया संज्ञान
सपा नेता के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस पर मुरादाबाद पुलिस प्रशासन ने भी प्रतिक्रिया दी है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने कहा कि बिलारी में आयोजित कार्यक्रम में सपा नेता के बयान की जानकारी फोन पर मिली है। वीडियो भी प्राप्त हुए हैं। मामले की जांच की जा रही है, जल्द निर्णय लिया जाएगा।
योगी की तीखी प्रतिक्रिया
रामगोपाल यादव के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया भी आने लगी है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर रामगोपाल पर निशाना साधा है। सीएम योगी ने कहा कि सेना की वर्दी 'जातिवादी चश्मे' से नहीं देखी जाती है। भारतीय सेना का प्रत्येक सैनिक 'राष्ट्रधर्म' निभाता है, न कि किसी जाति या मजहब का प्रतिनिधि होता है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा एक वीरांगना बेटी को जाति की परिधि में बांधना न केवल उनकी पार्टी की संकुचित सोच का प्रदर्शन है, बल्कि सेना के शौर्य और देश की अस्मिता का भी घोर अपमान है। यह वही मानसिकता है, जो तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति में राष्ट्रभक्ति तक को बांटने का दुस्साहस करती है। इस विकृत जातिवादी सोच को जनता फिर जवाब देगी।
गौरतलब है कि इससे पहले एमपी के मंत्री विजय शाह ने भारतीय सेना की कर्नल सोफिया शाह को आतंकियों की बहन तक बता दिया था। हाईकोर्ट ने भी शाह के इस बयान का स्वतः संज्ञान लिया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस एफआईआर के खिलाफ विजय शाह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। लेकिन वहां से भी उन्हें झटका लगा है।