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लॉक डाउन के दो सप्ताह: 55058 को मिला निशुल्क राशन

--जिले के 84 प्रतिशत से अधिक राशन कार्डधारियों ने भी ले लिया कोटे की दुकानों से...

लॉक डाउन के दो सप्ताह:  55058 को मिला निशुल्क राशन
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फर नगरTue, 07 Apr 2020 09:59 PM
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लॉक डाउन के पहले दो सप्ताह में प्रशासन ने नगरीय क्षेत्रों में ऐसे 14020 लोगों को राशन का वितरण निशुल्क किया जिनके पास भरण पोषण की कोई सुविधा नही थी। जबकि श्रम विभाग ने अब तक 30774 श्रमिकों को एक हजार रुपए की धनराशि उनके खातों में उपलब्ध करा दी है।

जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने बताया कि लॉक डाउन के लागू होने पर प्रशासन ने ध्यान रखा कि पहले ही दिन से सभी को भोजन की उपलब्धता हो जाएं। पहले सप्ताह में 112 डायल की गाडियों और समस्त पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भोजन उपलब्ध कराया। अब भोजन वैन से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। सूखे राशन के नगरीय क्षेत्रों में 14020 लोगों को राशन दिया जा चुका है। जिले में 89 निजी, धार्मिक व स्वैच्छि संस्थाओं के सहयोग से अब तक 119752 भोजन पैकेट वितरित कराए जा चुके हैं। जबकि निशुल्क सूखे राशन के करीब छह हजार पैकेट जनता को वितरित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में 110 दुकानदार आर्डर पर डोर टू डोर डिलीवरी कर रहे हैं। जो कंट्रोल रूम कोरोना को लेकर बनाया गया है उस पर अभी तक 167 शिकायत मिली हैं जिनका निस्तारण कर दिया गया है। जिले में कोरोना का कोई केस पोजेटिव नहीजिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने बताया कि जनता कर्फ्यू के दिन 22 मार्च को मुजफ्फरनगर में कोरोना का कोई केस नही था। जिस दिन लॉक डाउन लागू किया गया उस दिन 25 मार्च को भी कोई केस नही था। अब दो सप्ताह बीत गए हैं अभी तक कोई केस कोरोना पोजेटिव नही मिला है। अभी तक कुल 95 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं जिनमें से 45 की रिपोर्ट मिल चुकी है। इनमें कोई केस पोजेटिव नही मिला है।लॉक डाउन के पहले दो सप्ताह: पुलिस कभी नरम तो कभी गरम रहीमुजफ्फरनगर। लॉक डाउन के पहले दो सप्ताह में प्रथम सप्ताह में पुलिस बहुत ही नरमी से लोगों तक भोजन के पैकेट पहुंचाती रही। पुलिस ने लोगों पर कोई खास सख्ती भी नही की। मार्च में पुलिस का मानवीय चेहरा लोगों ने देखा। एक कॉल पर पुलिस राशन या भोजन का पैकेट लेकर घर पर खडी दिखाई देती थी।

पुलिस की गाडियों में हथियार नही बल्कि हाथों में भोजन और राशन के पैकेट होते थे। नौएडा और आनंद विहार के रास्ते दिल्ली नौएडा से आए हजारों लोगों को भी पुलिस ने हाईवे पर भोजन कराकर आगे के लिए निकाला। लेकिन लॉक डाउन के दूसरे सप्ताह में लोगों ने पुलिस का गरम चेहरा भी देखा। एसएसपी ने जमकर क्लास लगाई तो थाना स्तर पर पुलिस सख्त हो गई। एफआईआर की होम डिलीवरी की जाने लगी। पुलिस ने लॉक डाउन का उलंघन करने वालों पर 388 मामले दर्ज किए जिसमें 1940 लोग नामजद हैं। इसके अलावा पहले दो सप्ताह में 9018 वाहनों का चालान कर 20,34700 का जुर्माना वसूला गया। 964 वाहन सीज भी किए गए। पुलिस ने सोशल डिस्टैंसिंग को लेकर भी सुबह छह बजे से नौ बजे तक सख्ती कर रखी है।

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