भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में बनाए एल-2 अस्पताल की व्यवस्था 24 घंटे में ही ठप हुई
भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में बनाए एल-2 अस्पताल की व्यवस्था 24 घंटे में ही ठप...

केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान और जिला प्रशासन ने जिस तरह से सोमवार को भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में 100 बेड के लेविल-2 हॉस्पिटल को शुरू कराकर आक्सीजन को मारे मारे फिर लोगों को राहत दी थी अस्पताल में 16 मरीज भी एक घंटे में भर्ती हो गए थे लेकिन यह व्यवस्था चंद घंटे में ही धड़ाम हो गई। संविदा पर रखे गए फार्मेसिस्ट और चिकित्सक मरीजों को छोड़कर गायब हो गए। अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। जो 16 मरीज वहां पर भर्ती है उन्हें ही किसी तरह से आक्सीजन देकर बचाने के प्रयास हो रहे हैं।
मुजफ्फरनगर में केवल मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में ही कोविड-एल 2 और एल-3 हॉस्पिटल बनाया गया था। यहां पर मरीजों के ओवर फ्लो होने के चलते केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने व्यवस्था को संभालने की पहल की थी। दो दिन की भागदौड के बाद भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का अधिग्रहण कर प्रशासन ने यहां पर 100 बेड का आक्सीजन युक्त कोविड एल-2 हॉस्पिटल बनाया था। खुद सोमवार को केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान ने यहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संतोष जताया था। उनके निरीक्षण के बाद यहां पर मरीजों की भर्ती शुरू हो गई थी। आक्सीजन की तलाश में टूटती सांसों की डोर को यहां भर्ती होने पर सहारा मिला। यह व्यवस्था चंद घंटे ही चली और धीरे धीरे यहां पर तैनात किया गया संविदा का स्टाफ गायब होने लगा। यहां की व्यवस्था चरमराने लगी और मैसेज कर दिया गया कि अब इस अस्पताल में मरीजों को भर्ती के लिए नही भेजा जाएं। सोमवार को दोपहर बाद शुरू हुआ प्रशासन का आधी अधूरी तैयारी का कोविड एल-2 अस्पताल मंगलवार की सुबह फिलहाल बंद हो गया है। यहां भर्ती 16 मरीज किसी तरह से बचे हुए दो तीन स्वास्थ्यकर्मियों के साथ आक्सीजन से काम कर रहे हैं।
--मै दिल्ली आ गया हूं बुधवार को वापस आकर व्यवस्था देखूंगा: डा: संजीव बालियान
मुजफ्फरनगर। केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान से जब भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था के धड़ाम होने पर पूछा गया तो उन्होंने माना कि अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि वह आज दिल्ली आ गए थे। बुधवार को सुबह पहुंचकर इस अस्पताल को दोबारा शुरू कराने के लिए सरकारी चिकित्सक, गांवों में काम करने वाले सरकारी सफाईकर्मियों को यहां पर तैनात कर अस्पताल को जल्द शुरू कराया जाएगा।
--चिकित्सक व नर्स है पर वार्ड ब्वाय सफाईकर्मी नही
मुजफ्फरनगर। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में लेविल टू अस्पताल में चिकित्सक और नर्स तो कार्यरत हैं लेकिन संविदा पर रखे वार्ड ब्वाय व सफाईकर्मी काम छोडकर चले गए हैं। इसी कारण मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है। एक दो दिनों में फिर से इस अस्पताल को शुरू कराने की प्रक्रिया की जाएगी। जो मरीज वहां इस समय भर्ती हैं उनकी देखरेख की जा रही है।
--हमने केवल अस्पताल दिया सारी व्यवस्था सीएमओ की
मुजफ्फरनगर। भारत आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के वीपी डा. रविश आलम ने बताया कि उनके द्वारा प्रशासन को केवल अस्प्ताल, 100 बैड हैंडओवर किए गए हैं। डाक्टर, फार्मेसिस्ट, नर्स, वार्ड ब्वाय, सफाईकर्मी, भोजन, दवा आदि की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सीएमओ कार्यालय की थी। अस्पताल के संचालन बंद होने से उनका सरोकार नही है क्योंकि उनके यहां केवल आयुर्वेदिक डाक्टर हैं। उपचार कराने व व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है।
