वायरल बुखार फैलने से भी लोगों में कोरना की चिंता बढ़ी
वायरल बुखार फैलने से भी लोगों में कोरना की चिंता बढ़ी

जनपद में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से जहां शासन से लेकर प्रशासन तक, हर कोई तरस्त नजर आ रहा है वही जनपद में शहर और देहात क्षेत्र में आधे के अधिक लोगों वायरल बुखार से पीडित है। लोगों में लक्षण तो वायरल बुखार के है पर लोग जांच कोविड-19 की करा रहे है। जनपद में कोरोना संक्रमण से लोगों की मौत का आकड़ा लगातार बढ़ रहा है। जिसके चलते लोगों में वायरल बुखार की जगह कोरोना संक्रमण का डर सता रहा है। देहात क्षेत्र में वायरल बुखार का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। जिसे चलते झोला छाप डाक्टर जमकर लोगों से चांदी काट रहे है। गांव में मरीजों के खुन की जांच के लिए 4 सौ से 5 सौ रूपए लिए जा रहा है। गरीबों के लिए कोरोना काल में स्थिति विकराल होती जा ही है। एक तरफ तो कोरोना के चलते रोजगार बंद पड़े है तो दूसरी ओर झोला छाप डाक्टरों लोगों को कोरोना का डर दिखाकर अपनी जेब गर्म करने में लगे हुए है। जिससे मजदूरों पर दोहरी मार पड़ रही है। मंगलवार को जिला अस्पताल के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राजीव निगम ने बताया कि जनपद में कोरोना के साथ वायल बुखार तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि इन दोनों के लक्षण एक जैसे ही है। जिससे लोगों में भय का माहौल बन गया है। उन्होंने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। वायरल बुखार दो से तीन दिन में उपचार कराने पर ठीक हो जाता है। खांसी आदि भी दवांइया लेने से ठीक हो जाती है। बावजूद इसे लोगों को अपना कोविड टैस्ट कराना चाहिए। उन्होंने बताया कि यदि लंबे समय तक बुखार, खांसी, नजला, जुकाम आदि से मरीज पीडित है तो उसको भी कोरोना की जांच करानी चाहिए। उन्होंने बाताया कि वायल बुखार मौसम बदलने की वजह से अधिक प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों को चाहिए कि वे पंखे की तेज हवा व खुले आदि में सोए। अपने परिवार के सदस्यों आदि से भी दूरी बना कर रखे। घर का बना खाना खाएं। बाहर का खाना व ठंड़ी चीजों का प्रयोग न करें।
