मस्जिदों के इमामों की बैठक में बकराईद पर गाइड लाइन का पालन करने के निर्देश
--फक्खरशाह मस्जिद में हुई बैठक में शहर की प्रमुख मस्जिदों के इमाम ने कुर्बानी के लिए आने वाले पशुओं को नही रोकने की मांग...
एक अगस्त को मनाए जाने वाले ईद उल जुहा पर्व को लेकर शहर की प्रमुख मस्जिदों के इमाम व मौलवियों की बैठक में उन्हें सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर मस्जिदों के इमाम व मौलवियों ने कुर्बानी के लिए देहात से आने वाले पशुओं को नही रोकने और पशुओं का बाजार भी लगवाने की मांग की है।
नगर के मौहल्ला खालापार में फक्खरशाह मस्जिद में आयोजित नगर की प्रमुख मस्जिदों के इमाम व मौलवियों की बैठक में खुफिया विभाग के निरीक्षक राजेश शर्मा व नरेश शर्मा ने सभी से बताया कि कोरोना को लेकर कांवड यात्रा पूरी तरह से प्रतिबंधित की गई थी। अब आने वाले दिनो में ईद उल जुहा का त्योहार आ रहा है। कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में मस्जिदों में सामूहिक नमाज अदा नही की जाएं और पिछली बार रमजान में जिस तरह से सभी ने सहयोग किया उसी तरह से इस बार भी सहयोग किया जाएं। उधर मस्जिदों के इमाम ने भी अपनी समस्याओं को रखा। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का त्योहार होने के कारण जो कुर्बानी के पशु यहां शहर में देहात आदि से लाए जाएं तो उन्हें नही रोका जाना चाहिए। इस पर दोनों निरीक्षकों ने कहा कि कुर्बानी किसी प्रतिबंधित पशु की नही दी जानी चाहिए। इस पर सभी ने सहमति जताई। इस दौरान खालापार के बीच से कूड़े के खुले वाहनों के गुजरने को लेकर भी आपत्ति दर्ज कराई गई और अनुरोध किया गया कि कूडे के वाहन ढककर निकाले जाएं। साथ ही सडकों पर हो रहे बड़े बड़े गडढो की मरम्मत करने की अपील भी की गई। इस दौरान लगभग बीस से अधिक मस्जिदों के इमाम व मौलवी मौजूद रहे। इस दौरान तय किया गया कि जिस तरह से ईद उल फितर पर नमाज अदा की गई थी इस बार भी ईद उल जुहा पर उसी तरह से घरों पर ही नमाज अदा की जाएंगी। दोनों निरीक्षकों ने आश्वासन दिया कि जो मांग उनके समक्ष उठाई गई हैं उनसे वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा।
