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मुजफ्फरनगर दंगे में भारी संख्या में मुसलमान बेघर हुआ : ओवैसी

मुजफ्फरनगर दंगे में भारी संख्या में मुसलमान बेघर हुआ : ओवैसी

मुजफ्फरनगर दंगे में भारी संख्या में मुसलमान बेघर हुआ  : ओवैसी
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फर नगरThu, 28 Oct 2021 03:06 AM
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमिन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिमों को मुजफ्फरनगर दंगे की याद दिलाते हुए प्रदेश की राजनीति में मुस्लिमों के घटते प्रभाव को कांग्रेस, सपा, बसपा व रालोद को जिम्मेदार ठहराते हुए इन दलों पर जमकर निशाना साधा।

मुजफ्फरनगर की जनसभा में असदुददीन ओवैसी ने मुसलमानों को दंगे की याद दिलाते हुए कहा कि देश के बंटवारे के बाद बड़ी संख्या में मुसलमान मुजफ्फरनगर दंगे के समय अपना गांव अपना घर छोड़कर जान बचाने को बेघर हो गया था। उन्होंने याद दिलाया कि तब समाजवादी पाटी की सरकार थी। उन्होंने कहा कि वे हैदराबाद से मुजफ्फरनगर इसीलिए आए हैं कि दंगों के दौरान 40 हजार मुस्लिम बेघर कर दिए गए थे। उन्हें जो जख्म मिले हैं, उनकी भरपाई तो नहीं की जा सकती, लेकिन उनसे सहारनुभूति तो व्यक्त की जा सकती है। जिस समय दंगा हुआ उस समय करीब 70 विधायक मुस्लिम थे। वह मुजफ्फरनगर दंगे के खिलाफ इसलिए आवाज नहीं उठा सके थे क्योंकि उनके दलों ने उनकी आवाज को कमजोर कर दिया था। अब यदि मजलिस के विधायक जीतकर विधानसभा में जाएंगे तो वह नाइन्साफी के खिलाफ आवाज जरूर उठाएंगे चाहे यह नाइंसाफी मुस्लिम के साथ हो या हमारे हिंदू और दलित भाइयों के साथ हो। उन्होंने याद दिलाया कि खतौली से विधायक विक्रम सैनी को कोर्ट ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया है। मुसलमानों को जेल में डाल दिया गया है।

सरवट, बझेड़ी रोड स्थित पीठ मैदान में आयोजित शोषित वंचित समाज सम्मेलन में आए एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेगी तथा मुजफ्फरनगर में सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज ने सपा और बसपा को कई बार वोट देकर सत्ता में पहुंचाया है लेकिन उन्होंने मुस्लिमों को केवल वोट माना है। और मुसलमानों की जो दुर्दशा हो रही है, वह किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों ने एनआरसी व सीएए का जो विरोध किया, अच्छी बात है। ओवैसी ने कहा कि उन्होंने खुद ससंद में इन काले कानूनों की प्रतियां फाड़ी। विरोध करना हमारा हक है। ब्रिटिश काल में भी महात्मा गांधी ने अंग्रेजों की काले कानूनों की प्रतियां फाड़कर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने मुस्लिम समाज से पूछा कि ऐसा क्या कारण है कि अन्य समाज के लोग जो मुस्लिमों से नफरत करते हैं। उसका कारण यह है कि चंद मुस्लिम अपने देश के बजाए दूसरे देश का गुणगान करने लगते हैं। क्या देश में होने वाली किसी भी घटना के लिए मुस्लिम ही जिम्मेदार हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज तभी मजबूत होगा जब उसके ज्यादा से ज्यादा सांसद और विधयक विधनसभा व संसद में पहुंचेगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज अपनी दुर्दशा के लिए खुद जिम्मेदार है। वह एकजुट होकर सपा-बसपा के बजाए अपनी पार्टी को वोट दें। उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा। शोषित वंचित समाज सम्मेलन में डा. शहजाद सिद्दीकी, एआईएमआईएम के प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, मौहम्मद जावेद, जिलाध्यक्ष इंतेजार अंसारी व खुर्रम आदि ने ओवैसी को शॉल ओढाकर सम्मान किया। सरदार बीएस बिन्द्रा ने भी अपने विचार रखे। डा. जावेद सिद्दीकी ने ओवैसी को अपने हाथ से बनाया हुआ उनका एक चित्र भेंट किया। सम्मेलन में अम्बेडकर पवन, इंतजार अंसारी आदि मौजूद रहे।

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