मेघनाद ने चलाया शक्ति बाण, संजीवनी से लौटे लक्ष्मण के प्राण
Muzaffar-nagar News - शहर में श्रीरामलीला मंचन में लक्ष्मण शक्ति, हनुमान जी द्वारा संजीवनी लाना और युद्ध लीला का भावपूर्ण प्रदर्शन हुआ। दर्शकों ने रावण-अंगद संवाद और लक्ष्मण मूर्छा प्रसंग का आनंद लिया। हनुमान जी ने संजीवनी...

शहर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित की जा रही श्रीरामलीला मंचन में लक्ष्मण शक्ति, हनुमान जी द्वारा संजीवनी लाना व युद्ध लीला का मंचन किया गया। इस दौरान रामलीला मंचन देखने वालो की काफी भीड़ देर रात तक रामलीला मंचन स्थल पर बैठी रही। पटेलनगर रामलीला श्री आदर्श रामलीला भवन सेवा समिति पटेलनगर द्वारा रामलीला मंचन महोत्सव में 11वें दिन मंगलवार रात रावण-अंगद संवाद और लक्ष्मण मूर्छा प्रसंग की लीला का भावपूर्ण मंचन किया गया। इन ऐतिहासिक प्रसंगों ने दर्शकों को न केवल मनोरंजन प्रदान किया, बल्कि उन्हें धर्म, नीति और भक्ति की महत्ता का भी संदेश दिया। लक्ष्मण और इंद्रजीत मेघनाथ के बीच घनघोर युद्ध ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
लक्ष्मण के मूर्छित होने पर भगवान श्री राम व्याकुल नजर आये। इसके बाद हनुमान जी लंका से राज वैद्य को उठाकर लाते हैं, जो लक्ष्मण के जीवन के लिए द्रोणांचल पर्वत से संजीवनी बूटी लाने का सुझाव देते हैं और बजरंग बली श्री राम की आज्ञा लेकर उड़ जाते हैं, हनुमान को आकाश मार्ग से गमन करता देखकर दर्शक रोमांचित हो जाते हैं। संजीवनी बूटी पाकर लक्ष्मण के प्राण लौट आते हैं और इसी के साथ जय श्रीराम की गंूज के बीच लीला मंचन को विश्राम दिया गया। दर्शकों की भारी भीड़ और तालियों की गूंज ने कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। नई मंडी रामलीला श्री रामलीला भवन नई मंडी में 99वा श्री रामलीला महोत्सव मे कलाकारों द्वारा सीता खोज व लंका दहन की लीला का भव्य मंचन किया गया, जिसमे माता सीता की खोज के लिए जामवंत जी हनुमान जी को समुद्र पार करने के लिए उनकी शक्तियां याद दिलाते हैं। हनुमान जी ने समुद्र पार कर रावण की लंका में प्रवेश करते हैं और देखते हैं कि अशोक वाटिका में माता सीता को प्रभु श्री राम के वियोग दुखी देख माता सीता को प्रभु श्री राम की मुद्रिका भेंट कर अपने आप को प्रभु श्री राम का दूत बताया वही हनुमान जी अशोक वाटिका को उजाड़ने लगे तो राक्षसो ने हनुमान जी को बंदी बनाकर रावण के समक्ष पेश किया रावण ने हनुमान जी को दंडित करने के लिए उनकी पूंछ में आग लगाने का आदेश दिया हनुमान जी ने अपनी आग लगी पूँछ से पूरी लंका का दहन कर दिया। रामपुरी रामलीला रामपुरी एकता शक्ति धर्म प्रचार समिति रजिस्टर्ड के तत्वाधान में रामपुरी में हो रहे श्री रामलीला मंचन में रावण अंगद संवाद और लक्ष्मण मेघनाथ युद्ध होने पर मेघनाथ द्वारा लक्ष्मण को शक्ति बाण मारने की लीला का बहुत सुन्दर मंचन पेश किया गया। इन्द्र कालोनी कच्ची सड़क रामलीला शक्ति क्लब रामलीला कमेटी द्वारा शक्ति लीला का मंचन किया गया। रामलीला मंचन में प्रभु श्री राम ने सभी की सलाह से अंगद को रावण के पास युद्ध की संधि के लिए समझने के लिए भेजा अंगद ने रावण को विविध प्रकार से समझाया अंत में यह शर्त रखी यदि कोई भी तेरा योद्धा मेरा पैर उखड़ देगा तो मैं सीता जी को यही छोड़ जाऊंगा और रावण के सभी योद्धा उसका पैर उखाड़ नहीं पाते अंत में रावण जब उखाड़ना चाहता है तो अंगद कहते हैं कि मेरी शरण में जाकर प्रभु श्री राम जी की शरण में जाओ बाद में लक्ष्मण और मेघनाथ का घोर युद्ध होता है लक्ष्मण जी पर मेघनाथ ब्रह्मास्त्र का प्रयोग करता है। लक्ष्मण जी मूर्छित हो जाते हैं। तब लंका से हनुमान जी सुखन वेद्य को लाते हैं। जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर आते हैं तो अयोध्या के ऊपर से निकलते हैं तब भरत जी उन्हें तीर मारते हैं जब भरत को जब पता चलता है कि लक्ष्मण जी मूर्छित है तो बड़ा दुख होता है अंत में हनुमान जी संजीवनी बूटी लेकर समय पर पहुंच जाते हैं लक्ष्मण जी की मूर्च्छा खुल जाती है।
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