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डेढ़ करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवाइयों के साथ चार गिरफ्तार

जनपद में चल रहे जीरो ड्रग्स अभियान के तहत क्राइम ब्रांच व सिविल लाइन पुलिस ने चार अन्तर्राज्जीय मादक पदार्थ के तस्कर गिरफ्तार किए...

डेढ़ करोड़ रुपये की प्रतिबंधित दवाइयों के  साथ चार गिरफ्तार
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फर नगरSat, 14 Dec 2019 01:25 AM
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जनपद में चल रहे जीरो ड्रग्स अभियान के तहत क्राइम ब्रांच व सिविल लाइन पुलिस ने चार अन्तर्राज्जीय मादक पदार्थ के तस्कर गिरफ्तार किए हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपये की कीमत की मन प्रभावी दवाइयां व नशीले इंजेक्शन बरामद किए हैं। फरार एक आरोपी की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता करते हुए एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि क्राइम ब्रांच व सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम ने अन्तर्राज्जीय मादक पदार्थ के तस्कर साहिल उर्फ शाहवेज निवासी दक्षिणी खालापार, सुशील निवासी अलमासपुर,सब्बन निवासी खादरवाला व फरमान निवासी गोधना थाना पुरकाजी को गिरफ्तार किया है। एक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। उसकी जिला परिषद मार्किट में राजीव मेडिकल एजेंसी भी है। गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने रोडवेज बस स्टैंड के सामने वाली गली में स्थित एक गोदाम से दवाइयां बरामद की हैं। औषधि विभाग के निरीक्षक वैभव बब्बर के अनुसार बरामद हुई मनप्रभावी दवाइयां व नशीले इंजेक्शन की कीमत बाजार में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है। गिरफ्तार व फरार आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है। अभियुक्त इन दवाइयों व नशीले इंजेक्शन को मेडिकल स्टोर पर सप्लाई कर रहे थे। प्रतिबंधित दवाइयों व इंजेक्शन को एमआरपी रेट से दोगुने दामों में बेचा जा रहा था। गैंग के कई अन्य साथी भी शामिल है। जो प्रतिबंधित दवाइयों को बाजार में सप्लाई कर रहे थे। पुलिस उनकों चिन्हित करने में जुटी हुई है। मेडिकल स्टोरों को भी चिन्हित किया जा रहा है। पांच राज्यों में फैला था अवैध कारोबार एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अन्तर्राज्जीय तस्कर नशीली दवाइयां व इजेक्शन आगरा, नहटोर व बिजनौर जनपदों से खरीदते थे। दवाइया होलसैल में खरीदी जाती थी। बगैर बिल व लाइसेंस के दवाइयां खरीदकर ट्रांसपोर्ट के जरिये मुजफ्फरनगर में भेजी जाती थी। गिरफ्तार अभियुक्त साहिल व उसका साथी दवाइया मंगाते थे। उसके बाद अभियुक्त फरमान इन प्रतिबंधित दवाइयों व इजेक्शनों को पुरकाजी, उत्तराखड के कई जिलों में सप्लाई करता था। इसी तरह अभियुक्त सुशील सहारनपुर, हरियाणा व पंजाब राज्य में दवाइयों की सप्लाई करता था। अभियुक्त सब्बन जनपद में कई जनपदों में दवाइयों व इजेंक्शनों को सप्लाई करता था। इसके अलावा मेरठ, बागपत, शामली, सहारनपुर, गाजियाबाद, अलीगढ़ आदि जनपदों में दवाइयां व इंजेक्शन सप्लाई किए जा रहे थे। डबल मुनाफे में बेची जाती थी दवाइयांतस्कर होलसैल में कई जनपदों से प्रतिबंधित दवाइयां व इंजेक्शन खरीदती थी। होलसैल में खरीदने की वजह से दवाइयों पर छपे एमआरपी रेट से कम दामों में ये दवाइयां खरीदी जाती थी। उसके बाद को डेढ़ गुणा दामों में आगे सप्लाई कर दी जाती थी। उसके बाद मेडिकल स्टोर संचालक इन दवाइयों व इंजेक्शनों को एमआरपी से दोगुना रेट में नशे करने वाले व्यक्तियों को बेची जाती थी। तस्करों को प्रतिबंधित दवाइयां बेचने में मोटी कमाई होती थी। गिरफ्तार करने वाली टीमएसएसपी ने बताया कि डेढ़ करोड़ रुपये की कीमत की दवाइयों के साथ तस्करों को गिरफ्तार करने में थानाध्यक्ष सिविल लाइन समयपाल अत्री, क्राइम ब्रांच के एसआई प्रवेश शर्मा, हैड कांस्टेबिल अशोक खारी, सोनू शर्मा, हरवेन्द्र कुमार, जितेन्द्र त्यागी, वकार, विनित कपासिया, ब्रह्मप्रकाश व थाना सिविल लाइन के एसआई सुरेन्द्र राव व राकेश गोतम शामिल रहे। 54 तरीके की औषधियां की गयी जब्तअभियुक्तों से तकरीबन 54 तरीके की औषधियां जब्त की गयी हैं। औषधि विभाग ने 14 नूमने जांच के लिए है। जब्त दवाइयों में नारकोटिक्स ड्रग्स ट्रामाडोल से निर्मित 6 लाख टेबलेट, 53 हजार अलप्राजोलाम, नोरफिन व पेंटाजोलिन के 19 हजार इंजेक्शन, एक हजार सीरप व अन्य प्रतिबंधित दवाइयों की 30 हजार टेबलेट जब्त की गयी है। सभी दवाइया बगैर लाइसेंस व बिल के बगैर बाजार में नहीं बेची जा सकती थी। इन दवाइयों को बेचने के लिए मैडिकल स्टोर संचालक को लाइसेंस की जरत है।

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