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समस्या के समाधान तक कलेक्ट्रेट में डेरा डालेंगे किसान: चौ. राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने बयान जारी करते हुए कहा कि जनपद के अधिकारी सरकारी की चाटुकारिता में व्यस्त...

समस्या के समाधान तक कलेक्ट्रेट में डेरा डालेंगे किसान: चौ. राकेश टिकैत
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फर नगरSun, 16 Feb 2020 08:45 PM
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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने बयान जारी करते हुए कहा कि जनपद के अधिकारी सरकारी की चाटुकारिता में व्यस्त हैं। अधिकारी केवल अखबारों में बने हैं। जनता की धरातल पर समस्याओं से कोई मतलब नहीं है। आज जनपद में किसान अगर गन्ना लेकर मिल में जाता है तो ताजे गन्ने व पत्ती के नाम पर किसान की लुटाई हो रही है।

तहसील में किसान जाता है तो हिस्सा प्रमाण पत्र व खसरा खतौनी के नाम पर किसान को लूटा जा रहा है। विरासत में दाखिल खारिज के मुकदमें व रजिस्ट्री में भी बिना पैसे दिए कोई कार्य नहीं हो रहा है। बैंक में किसानों को कागजों की आड़ में लूटा जा रहा है। 3 लाख तक के क्रेडिट कार्ड पर कोई चार्ज न होने के बावजूद किसानों पर चार्ज लगाये जा रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा किसानों से किसान क्रेडिट कार्ड पर 12 प्रतिशत तक ब्याज वसूला जा रहा है। सहकारिता में ऋणों में बन्दरबांट की जा रही है। जनपद के प्रशासन को इन समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। प्रशासन केवल फोटो खिंचाने व अवैध मेला आयोजित कराने में व्यस्त है। ग्रामीण क्ष़्ोत्रों में बिजली के बिल में भारी गड़बड़ी की जा रही है ताकि संशोधन के नाम पर पैसा वसूला जा सके। गन्ना किसानों को भुगतान न मिलने के कारण किसान अपने आवश्यक कार्य शादी विवाह, बच्चों की फीस व बीमारी तक का ईलाज नहीं करा पा रहे हैं। गन्ना किसानों की पर्ची का हाड़ा 9 कुन्तल कर दिये जाने के कारण किसानों की आज तक 50 प्रतिशत भी सप्लाई नहीं हो पाई है। गन्ना किसान इस बात को लेकर चिंतित है कि आखिर उसके गन्ने की आपूर्ति कब तक हो पायेगी। अप्रैल के बाद किसान कृषि कार्यो में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसके पास गन्ने की कटाई के लिए न तो समय है और न ही मजदूर मिल पाते। गन्ना अधिनियम में धारा 17 (3) के कारण हर वर्ष किसानों का हजारों करोड़ रुपये ब्याज मिल मालिक डकार रहे हैं, लेकिन सरकार आज भी शुगर मिल मालिकों के पक्ष में खड़ी दिखाई दे रही है।

सरकार अपने वादे के अनुसार 14 दिन में गन्ना भुगतान कराने में असफल रही है। ऐसी स्थिति में भाकियू चुप रहने वाली नहीं है। सभी किसानों से अपील है कि समस्या के समाधान हेतु कल 17 फरवरी को जिलाधिकारी कार्यालय पर आयोजित विरोध प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हों। समस्याओं के समाधान तक किसान जिलाधिकारी कार्यालय से घर वापिस नहीं जायेगें। जनपद के किसान कल से जिलाधिकारी कार्यालय पर डेरा डालेंगे।

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