घरों में ही पढ़ी गई ईद उल अजहा की नमाज, अलर्ट पर रहा प्रशासन
-- संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरे से करायी गयी निगरानी, सुबह छह बजे लगे गयी थी...
ईद उल अजहा की नमाज घरों में ही पढ़ी गई। नमाज व ईद उल अजहा पर होने वाली कुर्बानी को लेकर पुलिस प्रशासन सुबह से ही अलर्ट रहा। सुबह 6 बजे प्वाइंटों पर ड्यूटी तैनात हो गयी थी। डीएम व एसएसपी ने भारी फोर्स के साथ तीनों थाना क्षेत्रों में भ्रमण किया। ड्रोन कैमरे से कई संवेदनशील स्थानों की निगरानी करायी गयी। ईदगाह व मस्जिदों पर नमाज नहीं पढी गयी। लोगों ने प्रशासन का सहयोग करते हुए घरों में ही नमाज अदा की। एसएसपी ने खुद ड्रोन कैमरे से ईदगाह व आसपास के इलाकों की स्थिति को देखा। लोगों ने अपने घरों में ही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नमाज अदा की।कोरोना महामारी के कारण जिला प्रशासन ने ईदगाह व मस्जिदों में नमाज के लिए प्रतिबंध लगाया था। लोगों ने जिला प्रशासन का पुरा सहयोग किया। शहर की ईदगाह, फातमा मस्जिद, नुरा मस्जिद, हौजवाली मस्जिद, आयश मस्जिद, रहमानिया मस्जिद, जौहड वाली मस्जिद, फक्करशाह चौक मस्जिद व सरवट स्थित मदरसे, सादात हॉस्टल की मस्जिद में ईद उल अजहा की नमाज नहीं पढी गयी। डीएम सेल्वा कुमारी जे, एसएसपी अभिषेक यादव ने सुबह ही शहर के मुख्य स्थलों पर पहुंचकर पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया। संवेदनशील स्थानों पर ड्रोन कैमरे से लगातार निगरानी करायी गयी। डीएम व एसएसपी ने शहर कोतवाली, थाना सिविल लाइन के सरवट व मंडी क्षेत्र में भ्रमण किया। शहर में कई स्थानों पर बनाए गए ड्यूटी प्वाइंट पर पुलिस सख्ती करती दिखायी दी। एसपी सिटी सतपाल ऑतिल फोर्स के साथ मंडी क्षेत्र में मौजूद रहे। ईद उल अजहा त्यौहार शांतिपूर्वक होने से जिला प्रशासन ने लोगों की सराहना की। शहर कोतवाली क्षेत्र में कई स्थानों पर पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया था। शहर कोतवाल अनिल कपरवान व थाना सिविल लाइन प्रभारी डीके त्यागी फोर्स के साथ अपने अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करते रहे। हालांकि कुछ मस्जिदों में सुबह छह बजे से पूर्व नमाज अदा करने नमाजी पहुंचे। तब तक शहर में पुलिस का मूवमेंट शुरू नही हो पाया था। इसके बाद अपने घरों में ही लोगों ने नमाज अदा की। --मुजफ्फरनगर ईदगाह पर ताला लगा रहाफोटो 5मुजफ्फरनगर। कोरोना काल में यह दूसरा अवसर रहा जब रमजान माह में आए ईद उल फितर के त्योहार के बाद ईद उल अजहा पर भी ईदगाह में नमाज अदा नही की गई। यहां पर मुख्य गेट पर ताला लगा रहा। बाहर सड़कों पर पुलिस फोर्स तैनात रही। पिछले वर्ष ईदगाह के साथ ही हनुमान चौक, प्रेमपुरी, कृष्णापुरी की सड़के नमाजियों से भर जाया करती थी लेकिन इस बार कोरोना काल में सोशल डिस्टेंस बनाना जरूरी होने के चलते धार्मिक आयोजनों पर रोक होने से ईदगाह में नमाज नही हुई है। रात्रि में धार्मिक स्थलों की करायी गयी चैकिंग एसएसपी के आदेश पर जनपद पुलिस ने रात्रि में जनपद के सभी धार्मिक स्थलों की चैकिंग की। पुलिस के साथ एलआईयू की टीम भी मौजूद रही। सभी क्षेत्राधिकारियों व थाना प्रभारियों को क्षेत्र में रातभर गश्त करने के आदेश भी दिए गए थे।
ईद उल अजहा पर पुलिस ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी। बैठके आयोजित कर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए थे। इसी कारण कहीं पर भी खुले में या सार्वजनिक स्थान पर कुर्बानी नही हुई। इस तरह की कोई शिकायत भी सामने नही आई। अकीदतमंदों ने परंपरागत रूप से कुर्बानी दी। हालांकि पर्व पर कोरोना वायरस से महामारी का असर साफ देखने को मिला।
ईद उल अजहा पर इस बार कुर्बानी वाले पशुओं की खाल को लेने के लिए मदरसे के बच्चे नही पहुंचे। पूर्व के वर्षो में मदरसे के सहायतार्थ ही कुर्बानी वाले पशुओं की खाल को दिया जाता रहा है। जिसे बेचकर मिलने वाली धनराशि को मदरसों में दिया जाता था। इस बार कोरोना की गाइड लाइन होने और मदरसों में कोरोना के कारण बच्चे नही होने के चलते कुर्बानी के पशुओं की खाल को मदरसा संचालकों ने नही लिया। जिस कारण लोगों ने कुर्बानी के बाद पशुओं की खाल को अलग अलग स्थानों पर एकत्र किया जहां से गरीब लोग उन्हें ले गए।