करीब एक साल से चल रहा था खेल
शराब कंपनी में टैक्स चोरी का खेल पिछले एक साल चल रहा था। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, फर्जी बार कोड के आधार पर शराब की निकासी हो रही थी। जांच पड़ताल...
शराब कंपनी में टैक्स चोरी का खेल पिछले एक साल चल रहा था। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक, फर्जी बार कोड के आधार पर शराब की निकासी हो रही थी। जांच पड़ताल के बाद एसटीएफ अब प्रकरण में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में है।
बुधवार को एसटीएफ ने शराब कंपनी ने रिकार्ड खंगाले तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। बताया जा रहा है कि कंपनी को आबकारी विभाग की ओर जितनी सप्लाई के बार कोड जारी होते हैं उतनी की शराब की सप्लाई होती है। यह बार कोड ऑनलाइन जारी किया जाता है। जिसे डाउनलोड कर शराब की बोतल पर लगाया जाता है। एसटीएफ सूत्रों का दावा है कि कंपनी एक बार से अधिक बार फर्जी तरीके से बार कोड डाउनलोड का शराब की खेप निकालते थे। यह धंधा पिछले करीब एक साल से चल रहा था। एसटीएफ अब जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। इसके लिए एसटीएफ की टीम जरूरी कागजी कार्रवाई करने में जुट गई है। जल्द ही पूरे खेल का पर्दाफाश भी किया जाएगा।