ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश मुजफ्फर नगरकिसान को बर्बादी से बचाने को लिया क्रांति यात्रा निकालने का निर्णय: राकेश टिकैत

किसान को बर्बादी से बचाने को लिया क्रांति यात्रा निकालने का निर्णय: राकेश टिकैत

भारतीय किसान यूनियन कई साल बाद पुराने तेवर दिखाने जा रही है। चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में कई बड़े आंदोलन कर प्रदेश व केंद्र सरकार को झुकाने वाली भाकियू चौधरी नरेश टिकैत के नेतृत्व में पहली...

किसान को बर्बादी से बचाने को लिया क्रांति यात्रा निकालने का निर्णय: राकेश टिकैत
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फर नगरThu, 20 Sep 2018 12:51 AM
ऐप पर पढ़ें

भारतीय किसान यूनियन कई साल बाद पुराने तेवर दिखाने जा रही है। चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के नेतृत्व में कई बड़े आंदोलन कर प्रदेश व केंद्र सरकार को झुकाने वाली भाकियू चौधरी नरेश टिकैत के नेतृत्व में पहली बार किसानों के लिए बड़ा आंदोलन करने जा रही है।

किसानों के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर भाकियू 23 सितम्बर से हरिद्वार से किसान क्रांति यात्रा का आगाज कर रही है। जिसमें देशभर के किसान जुटेंगे और दो अक्टूबर को दिल्ली में बड़ी पंचायत के साथ इसका समापन होगा। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि दस दिन की इस यात्रा के दौरान किसानों के सैलाब के कारण हाईवे पूरी तरह से किसानों के कब्जे में रहेगा।किसान क्रांति यात्रा के बारे में सरकूलर रोड ऋषभ विहार स्थित अपने आवास पर बुधवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए चौ़ राकेश टिकैत ने कहा कि 23 सितंबर से इंडियन कॉर्डिनेशन कमेटी ऑफ फार्मर्स मूवमेंट और इंटरनेशनल संगठन एलवीसी के साथ भाकियू हरिद्वार में टिकैत घाट से दिल्ली के लिए किसान क्रांति यात्रा का आयोजन किया जाएगा। इसमें देशभर से हजारों किसान हिस्सा लेंगे। यात्रा में तिरंगा के साथ ही चार झंडे शामिल होंगे। पदयात्रा में मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान सहित एनसीआर के 31 जिलों से यात्रा में किसान जुड़ेंगे। यात्रा में किसान हितों से जुड़े सभी प्रकरण शामिल हैं, लेकिन इसमें पांच प्रमुख मुद्दे हैं। इनमें सम्पूर्ण कर्ज माफी, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू कराना, बिजली की बढ़ी दरें वापस और किसानों को कृषि कार्य के लिए निशुल्क बिजली उपलब्ध कराना तथा दस साल पुराने डीजल वाहन पर पाबंदी को हटाने की मांग शामिल हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि विदेशी कम्पनियों के भारत में आने से किसान के साथ ही छोटा व्यापारी, साप्ताहिक बाजार लगाने वाले लोग बर्बाद होंगे। इन्हीं मुद्दों को लेकर ए किसान क्रांति यात्रा का आयोजन कर रहे हैं। उनका कहना है कि हाईवे पर हजारों किसानों के अपने ट्रैक्टरों के साथ क्रांति यात्रा में उतरने से हाईवे पर दोनों ओर किसानों का ही सैलाब रहेगा। राकेश टिकैत का दावा है कि जब यात्रा मुजफ्फरनगर से मेरठ में प्रवेश करेगी तो इसमें 50 हजार से अधिक किसान होंगे और जब दिल्ली में प्रवेश करेगी तो इनकी संख्या एक लाख तक होगी।यात्रा में किसान नौ स्थानों पर करेंगे रात्रि विश्राम हरिद्वार के गंगा तट से 23 जून को शुरू होने वाली भाकियू की क्रांति यात्रा का पहला रात्रि विश्राम बहादराबाद में बाबा रामदेव के पतांजलि योग पीठ पर होगा। यहां से 24 जून को यात्रा चलेगी और रात्रि में मंगलौर में मंडीस्थल पर रुकेगी। 25 को सुबह यहां से प्रस्थान कर यात्रा बरला में इंटर कॉलेज में अपना पड़ाव डालेगी। 26 सितंबर को बरला से प्रस्थान कर यात्रा मुजफ्फरनगर शहर में पहुंचेगी और मीनाक्षी चौक से जानसठ ओवरब्रिज से होते हुए नवीनमंडी स्थल में रात्रि पड़ाव करेगी।27 की सुबह क्रांति यात्रा मुजफ्फरनगर से रवाना होकर रात्रि में भैंसी गांव में पड़ाव डालेगी। यहां से अगले दिन सुबह 28 जून को यात्रा मेरठ जिले में प्रवेश करेगी और दौराला में रात्रि विश्राम करेगी। यहां से 29 सितंबर को यात्रा चलकर परतापुर में बाईपास मोड के निकट रात्रि पडाव डालेगी। इसके बाद यात्रा 30 को मोदीनगर होते हुए रात्रि में मुरादनगर नहर पटरी पर पडाव डालेगी। एक अक्टूबर को यात्रा यहां से रवाना होकर हिंडन घाट पर हज हाउस के निकट रात्रि विश्राम करेगी। यहां से गांधी जयंती के दिन चलकर दोपहर बाद दो अक्टूबर को किसान घाट पर पहुंचेगी।यहां पर सभी किसान गोष्ठी में आगे का निर्णय लेंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें