ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश मुजफ्फर नगरभाकियू कार्यकर्ता रेल लाइन पर बैठे रहे, ट्रेन नहीं आने पर ज्ञापन दिया

भाकियू कार्यकर्ता रेल लाइन पर बैठे रहे, ट्रेन नहीं आने पर ज्ञापन दिया

चार घंटे का रेल चक्का जाम करीब ढाई घंटे में ही समाप्त हो गया

भाकियू कार्यकर्ता रेल लाइन पर बैठे रहे, ट्रेन नहीं आने पर ज्ञापन दिया
हिन्दुस्तान टीम,मुजफ्फर नगरThu, 18 Feb 2021 10:10 PM
ऐप पर पढ़ें

तीन कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग को लेकर गाजीपुर बार्डर पर चल रहे भारतीय किसान यूनियन के आंदोलन के समर्थन में किसान संगठनों का रेल चक्का जाम कार्यक्रम ट्रेन नही आने के कारण करीब ढाई घंटे में ही समाप्त हो गया। रेल पटरी पर बैठे भाकियू कार्यकर्ता नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देकर लौट गए।

भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान के नेतृत्व में भाकियू नगर अध्यक्ष शाहिद आलम, पुरकाजी ब्लॉक अध्यक्ष मांगेराम त्यागी, चरथावल ब्लॉक अध्यक्ष विकास चौधरी, मा. महकार सिंह, नीटू दुल्हरा, संजीव भारद्वाज आदि करीब सौ कार्यकर्ता करीब 12 बजे से ही रेलवे स्टेशन पहुंचने शुरू हो गए थे। भाकियू ने रेल यातायात को जाम करने के लिए दिन में 12 बजे से चार बजे तक का समय दिया था। इस दौरान पता चला कि निर्धारित समय में दिन में एक बजे मेरठ की ओर से स्पेशल बांद्रा एक्सप्रेस ट्रेन आनी है। यह ट्रेन दिल्ली से मेरठ के लिए निर्धारित समय से चली तो पुलिस ने इसके मेरठ पहुंचने के साथ ही मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर नाकेबंदी कर कड़ी सुरक्षा बढ़ा दी। ट्रेन जब मेरठ सिटी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई तो उसे रोक दिया गया। इस ट्रेन का करीब एक बजे मुजफ्फरनगर आने का समय है। भाकियू कार्यकर्ता इसी ट्रेन को रोकने के लिए मुजफ्फरनगर स्टेशन पहुंचे थे लेकिन ट्रेन जब दो बजे तक भी रेलवे स्टेशन पर नही आई तो भाकियू जिलाध्यक्ष ने मेरठ के भाकियू पदाधिकारियों से संपर्क साधा। उन्होंने बताया कि ट्रेन तो मेरठ में ही रुकी हुई है। इसके बाद करीब ढाई बजे भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान और नगर अध्यक्ष शाहिद आलम समेत तमाम पदाधिकारियों ने नगर मजिस्ट्रेट अभिषेक सिंह एवं एसडीएम सदर दीपक कुमार को अपना ज्ञापन डीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेषित किया गया।

--भाकियू कार्यकर्ताओं ने दिखाई गांधीगिरी

मुजफ्फरनगर। रेल चक्का जाम के दौरान भाकियू के कार्यकर्ताओं ने गांधीगिरी भी दिखाई। भाकियू कार्यकर्ताओं ने केले लेकर पुलिसकर्मियों को बांटे और रेलवे स्टेशन पर भी ट्रेन का इंतजार कर रहे कुछ यात्रियों को केले दिए। भाकियू जिलाध्यक्ष ने कहा कि लालकिले में हुई हिंसा में कुछ असमाजिक तत्वों ने किसानों को बदनाम करने के लिए हुडदंग किया था। इस बार रेल रोको आंदोलन में केवल कार्यकर्ताओं को ही बुलाया गया जिससे वह एक दूसरे को पहचाने। उन्होंने कहा कि इसी कारण भाकियू कार्यकर्ताओं ने रेल यात्रियों व पुलिसकर्मियों का सहयोग किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें