Battered Roads in District Cause Daily Accidents and Fatalities बोले मुजफ्फरनगर : जिले में टूटी सड़कें, गड्ढों की भरमार, Muzaffar-nagar Hindi News - Hindustan
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बोले मुजफ्फरनगर : जिले में टूटी सड़कें, गड्ढों की भरमार

Muzaffar-nagar News - जनपद में कुल 1,468 किलोमीटर सड़कें हैं, जिनमें से अधिकांश की हालत जर्जर है। गहरे गड्ढों के कारण रोजाना सड़क हादसे हो रहे हैं, जिसमें कई लोगों की जान जा रही है। पीडब्लूडी ने पिछले वर्ष 200 किलोमीटर...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फर नगरMon, 12 May 2025 12:27 AM
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बोले मुजफ्फरनगर : जिले में टूटी सड़कें, गड्ढों की भरमार

जनपद में सड़कों की कुल लंबाई 1,468 किलोमीटर है, जिनमें से अधिकांश की हालत जर्जर है। राजमार्गों के साथ ही गांव-देहात व शहर की सड़कों में भी गहरे गड्ढे हो चुके हैं। प्रतिदिन किसी न किसी की इन गड्ढों के कारण जान जा रही है। ऐसे में सड़कों पर सफर करने वाले लोग अब सुरक्षित रहने के लिए किससे गुहार लगाएं, यह बड़ा सवाल है। वहीं पीडब्लूडी ने गत वित्तीय वर्ष में 100 किलोमीटर नई सड़कें बनाने के साथ ही 188 किलोमीटर लंबी सड़कों की मरम्मत व अनुरक्षण कराते हुए 200 किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों को गड्ढामुक्त किया है।

जनपद में मेरठ-पौड़ी राजमार्ग के साथ ही मोरना-शुकतीर्थ व चरथावल-मुजफ्फरनगर मार्ग समेत देहात क्षेत्र के अन्य कई मार्गों की हालत वर्तमान में सबसे जर्जर है।

जहां लगभग हर रोज सड़क हादसे हो रहे हैं। हादसों की भयावहता साबित करने के लिए जनपद में गत एक जनवरी से 25 अप्रैल 2025 तक हुए सड़क हादसों के आंकड़े ही काफी हैं, जो काफी डराने वाले हैं। इस अवधि के दौरान जिले की सड़कों पर कुल 214 सड़क हादसे हुए, जिनमें कुल 115 लोगों की जान गई है, यानि रोजाना एक व्यक्ति ने सफर के दौरान जान गंवाई है। वहीं, इस दौरान इन सड़क हादसों में 72 लोग घायल भी हुए हैं। लोक निर्माण विभाग के आंकड़ों की मानें तो विभाग द्वारा गत वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान जनपद में 101.34 किलोमीटर लंबी सड़कों का पुनर्निर्माण कराया है, जबकि 188.30 किलोमीटर लंबी सड़कों की मरम्मत व अनुरक्षण कार्य कराए गए हैं। इस दौरान विभाग द्वारा कुल 203.69 किलोमीटर लंबी सड़कों को गड्ढामुक्त भी किया गया, लेकिन विभाग के ये जतन सड़कों पर हो रहे हादसे और इनमें जाने वाली लोगों की जान रोकने में नाकाफी साबित हुए हैं। --- रामराज क्षेत्र के देवल से गंगा बैराज , मीरापुर व ग्राम पुट्ठी के आसपास सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील मेरठ-पौड़ी राजमार्ग पर रामराज थाना क्षेत्र के ग्राम देवल से गंगा बैराज तक और मीरापुर व ग्राम पुट्ठी के आसपास सड़क पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जनपद बिजनौर से मीरापुर व मेरठ होते हुए दिल्ली के लिए जाने वाला यह बहुत ही व्यस्त राजमार्ग है। दिल्ली के अतिरिक्त मुरादाबाद, बरेली, बदायूं, चंदौसी, नजीबाबाद व कोटद्वार समेत कई अन्य स्थानों पर जाने वाले यात्री व माल वाहन इसी राजमार्ग से होकर गुजरते हैं। इसी राजमार्ग पर मीरापुर से गंगा बैराज तक सड़क के बीच कई गहरे गड्ढे बने हुए हैं, जो आए दिन दुर्घटनाओं का सबब बन रहे हैं। बारिश का मौसम शुरू होते ही इस राजमार्ग पर सफर करना मानों हादसे को खुद न्यौता देने वाला होता है, क्योंकि गड्ढों में बारिश का पानी भरने के बाद ये गड्ढे वाहन चालकों को दिखाई ही नहीं देते, जिससे वाहन गड्ढे में आकर हादसे का शिकार हो जाता है। इन हादसों से राजमार्ग पर जाम की स्थिति भी गंभीर हो जाती है, जिससे यहां से समय से निकलना दूर-दराज के मुसाफिरों के लिए दुश्कर हो जाता है। राजमार्ग पर समय-समय पर इन गड्ढों की मरम्मत की जाती है, लेकिन कुछ दिन बाद ही सड़क फिर से उखड़कर गड्ढों में तब्दील हो जाती है। शुकतीर्थ-मोरना-मुजफ्फरनगर मार्ग भी हो चुकी जर्जर व क्षतिग्रस्त शुकतीर्थ-मोरना-मुजफ्फरनगर मार्ग भी जर्जर सड़कों में शामिल है। तीर्थनगरी शुकतीर्थ के लिए रोजाना जनपद के साथ ही देशभर से श्रद्धालु आवागमन करते हैं, जिन्हें जर्जर सड़क में हुए गहरे गड्ढों से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यूं तो इस मार्ग का निर्माण कार्य विभाग द्वारा कराया जा रहा है, लेकिन बेहद धीमी रफ्तार के चलते यह जर्जर मार्ग अब तक सुरक्षित सफर लायक नहीं हो पाया है। शुकतीर्थ की ओर जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। विगत रात्रि भी इन गड्ढों में बाइक फिसलने से एक महिला की मौत हुई है, लेकिन प्रशासन इससे सबक सीखने को तैयार नहीं है, जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। वही, चरथावल-मुजफ्फरनगर मार्ग भी कई वर्ष से जर्जर स्थिति में है, जहां आए दिन हो रहे हादसों में युवा व ग्रामीण जान गंवा रहे हैं। दूधली से लेकर चरथावल मोड़ तक सड़क में काफी गहरे गड्ढे हैं, जिनमें फंसकर दुपहिया वाहन आए दिन हादसों का शिकार हो रहे हैं। ग्रामीण लगातार इस जर्जर मार्ग की मरम्मत कराने की मांग कर रहे है, लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। --- मुजफ्फरनगर शहर में अंसारी रोड, आबकारी रोड सहित कई सड़कें जर्जर हालत में शहर क्षेत्र की बात करें तो अंसारी रोड, आबकारी रोड, नावल्टी चौक से बकरा मार्केट, आदर्श कॉलोनी लिंक रोड, सरकुलर रोड, रेलवे रोड समेत कई अन्य मार्ग पूरी तरह से जर्जर हालत में हैं। रुड़की रोड से मदीना चौक जाने वाला मुख्य मार्ग तो कई साल से जर्जर है, जिसमें कई-कई फुट गहरे गड्ढे हैं, जिनमें फंसकर रोजाना ई-रिक्शा व अन्य वाहन पलटते हैं, जिससे राहगीर चोटिल होते हैं, लेकिन कोई अफसर या जनप्रतिनिधि इन जर्जर मार्गों की सुध लेने वाला नहीं है। बारिश होने की स्थिति में तो इन मार्गों से वाहन छोड़िये, पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है, जिससे आए दिन हादसे भी हो रहे हैं। --------- शिकायतें और सुझाव --- शिकायतें --- - दिल्ली-पौड़ी राजमार्ग समेत कई अन्य मार्ग पूरी तरह जर्जर हालत में हैं, जहां सड़कों में गहरे गड्ढे हो चुके हैं, जिनसे लगातार हादसे हो रहे हैं, जिनमें मुसाफिरों की जान जा रही है। - मोरना-शुकतीर्थ मार्ग पर भी तीर्थस्थल होने के बावजूद गहरे गड्ढे हो चुके हैं, जिनमें वाहन फंसकर लगातार क्षतिग्रस्त होने के साथ हादसों में राहगीरों की मौतें भी हो रही हैं। - शहर के अंसारी रोड, बकरा मार्केट, आबकारी रोड, आदर्श कॉलोनी लिंक रोड, सरकुलर रोड समेत कई मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुके हैं, जिससे आए दिन जाम लगने के साथ हादसे भी हो रहे हैं। ----- सुझाव --- - दिल्ली-पौड़ी राजमार्ग पर गांव देवल व मीरापुर के निकट क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराते हुए गड्ढों की मरम्मत होनी चाहिए, ताकि हादसे होने से रोके जा सकें और सफर सुरक्षित हो। - ग्रामीण क्षेत्र की जर्जर हो चुकी सड़कों पर प्रशासन को तत्काल प्रभाव से पैचवर्क कराने के साथ ही अधिक जर्जर हो चुकी सड़कों का पुनर्निर्माण कराना चाहिए, ताकि हादसों में जान न गंवानी पड़े। - शहर क्षेत्र की क्षतिग्रस्त सड़कों की भी प्रशासन को तत्काल प्रभाव से मरम्मत करानी चाहिए, ताकि लोगों के वाहन क्षतिग्रस्त होने से बचाए जाने के साथ ही जाम की स्थिति भी न बने। ------- इन्होंने कहा --- - लोक निर्माण विभाग द्वारा लगातार जर्जर सड़कों का निर्माण कराने के साथ ही मरम्मत व अनुरक्षण कार्य भी कराए जाते हैं। शासन से आने वाले बजट का अधिकांश हिस्सा सड़क के गड्ढों को दूर करने में खर्च होता है, ताकि लोगों का सफर सुरक्षित हो सके। -अनिल राणा, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग ------------- ग्रामीण से लेकर शहरवासी व मुसाफिरों ने किया दर्द बयां शहर में सड़को पर गड्ढ होने के कारण आए- दिन हादसे होते रहते हैं, बरसात में होने वाले जलभराव के कारण गड्ढे लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। -युधिष्ठिर पहलवान ------------- - शहर के भोपा रोड पर सड़के गड्ढों में तब्दील हो गई है, जिस कारण दुपहिया वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं। -वरदान चौधरी ------------- - आदर्श कालोनी के मुख्य मार्ग की सड़क जर्जर होने के कारण हादसे होते रहते है, गड्ढे होने के कारण बरसात में पानी का जलभराव होना आम समस्या बन गई है। -बिजेंद्र सिंह ------------- - सड़क निर्माण के दौरान मानकों के अनुसार सामग्री का उपयोग नहीं किया जाता है, जिस कारण नवनिर्मित सड़के कुछ दिनों में ही गड्ढों में तब्दील हो जाती है। विकास शर्मा ------------- - अंसारी रोड शहर का मुख्य मार्ग होने के बावजूद भी गड्ढा मुक्त नहीं हो पा रहा है, सड़क में गड्ढे होने के कारण आए दिन स्कूल जाने वाले छात्र और बुजुर्ग हादसों का शिकार हो रहे है। राकेश कुमार ------------- - शहर के रेलवे रोड से हर दिन हजारों लोग आवागमन करते है। बावजूद इसके सड़क की हालत जर्जर है, गड्ढों के कारण दुपहिया वाहन अनियंत्रित होकर हादसे का शिकार हो जाते है। अमरीश त्यागी ------------- - शहर की तरक्की के लिए सड़को को गड्ढा मुक्त किया जाना चाहिए, सड़को में गड्ढे होने के कारण कई बार माल से भरे वाहन तक पलट जाते है। गगन गोयल ------------- - भोपा रोड शहर का मुख्य मार्ग है। लेकिन सड़क में गड्ढे होने के कारण आवागमन प्रभावित होता है, बरसात में सड़क पर ही जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। नरेंद्र ------------- - सड़क में बने गड्ढों को लेकर अधिकारियों से शिकायत की गई है। गड्ढों में गिरकर आये दिन बाईक सवार घायल हो रहे है, कई बार बड़े वाहन भी पलट जाते है। इसलिए सड़को का मानक के अनुसार सामग्री से निर्माण किया जाना जरूरी है। इंद्रजीत सिंह ------------- - अधिकारियों द्वारा बार-बार कहने पर पुराने राजमार्ग पर गड्ढों की पैचिंग की जाती है किन्तु इसमें सही सामग्री का प्रयोग नहीं किये जाने के कारण कुछ ही दिन में सड़क उखड़ने से गड्ढे में तबदील हो जाती है। किरणपाल सिंह ------------- - एनएचएआई नए मेरठ-पौड़ी राजमार्ग पर तो कार्य करा रहा है, लेकिन पुराने राजमार्ग पर कार्य नही हो रहा है। जिसके चलते पुराने राजमार्ग में जगह-जगह गड्ढे बन गए है। जगपाल सिंह ------------- - सड़कों पर बने गड्ढों में बाइको का पहिया गिरकर बाईक सवार आए दिन घायल हो जाते है। जिन्हें कई बार गम्भीर चोट आ जाती है। सड़को के गड्ढे जल्द भरे जाने चाहिए। सुखदेव सिंह ------------- - मोरना-मुजफ्फरनगर मार्ग की स्थिति बदहाल होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क जर्जर होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते है,जिसमें नौजवान, महिलाएं और बच्चे तक जान गंवा चुके हैं। राजकुमार शर्मा ------------- - अधूरी सड़क और गड्ढों के कारण शुकतीर्थ जाने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। श्रद्धालुओं के सफर को सुगम बनाने के लिए जल्द सड़क का निर्माण कराया जाना चाहिए। -उदयवीर सिंह ------------- - सड़क लंबे समय से अधूरी पड़ी है, जिससे आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा सड़क निर्माण कार्य को शीघ्रता से पूरा किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके। -जोगेंद्र वर्मा ------------- - मोरना-मुजफ्फरनगर मार्ग का निर्माण कार्य वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिसकी धीमी गति को लेकर क्षेत्रीय नागरिकों में गहरी नाराज़गी है। जिस कारण शुकतीर्थ की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को रोजाना भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। - वरुण सहरावत

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