छात्रों के लिए वरदान है वैदिक गणित
मुरादाबाद। वैदिक गणित गणना की ऐसी पद्धति है, जिससे जटिल अंकगणितीय गणनाएं अत्यंत ही सरल, सहज और त्वरित संभव हैं। जगत गुरू स्वामी भारतीय कृष्ण तीर्थ...
मुरादाबाद। वैदिक गणित गणना की ऐसी पद्धति है, जिससे जटिल अंकगणितीय गणनाएं अत्यंत ही सरल, सहज और त्वरित संभव हैं। जगत गुरू स्वामी भारतीय कृष्ण तीर्थ ने वैदिक गणित पुस्तक का प्रकाशन 1965 में किया था। वैदिक गणित नामक कृति अर्थवेद से ली गई है। वैदिक गणित में 16 सूत्र होते हैं, जो सहज ही याद हो जाते हैं। यह जानकारी मेमोरी ट्रेनर डा. मनुज कुमार अग्रवाल ने दी। वह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी पॉलीटेक्निक के अप्लाइड सांइस विभाग की ओर से आयोजित नेशनल वेबिनार में वैदिक गणित पर बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि यह गणना की एक प्राचीन भारतीय पद्धति है, इसमें विकल्पों की अधिकता है। प्राचार्य डा.अमित शर्मा ने कहा कि आधुनिक समय में हम वैदिक गणित का उपयोग कर कम समय में ज्यादा से ज्यादा गणना कर सकते हैं। आसानी से किसी भी प्रश्न का उत्तर उन 16 सूत्रों की मदद से हल कर सकते हैं। इस मौके पर डा. अनुज अग्रवाल, डा. अमित शुक्ला के अलावा सिविल, इलैक्ट्रिकल, कम्प्यूटर, इलैक्ट्रोनिक, मकैनिकल ब्रांचों के करीब 150 स्टूडेंट्स वर्चुअली मौजूद रहे। संचालन विजेन्द्र रावत ने किया।