रोज आधा किमी रेल ट्रैक तैयार करेगी टीआरटी
मुरादाबाद रेल मंडल में ट्रैक सुधार की रफ्तार बढ़ेगी। मुख्यालय से मिली नई आधुनिक मशीन टीआरटी (ट्रेन रिलेइंग ट्रेन) ने गुरुवार को पहले दिन रेल लाइन और स्लीपर बिछाने की शुरूआत कर दी। मशीन से हरथला और...
मुरादाबाद रेल मंडल में ट्रैक सुधार की रफ्तार बढ़ेगी। मुख्यालय से मिली नई आधुनिक मशीन टीआरटी (ट्रेन रिलेइंग ट्रेन) ने गुरुवार को पहले दिन रेल लाइन और स्लीपर बिछाने की शुरूआत कर दी। मशीन से हरथला और कांठ के बीच रेल ट्रैक बनाया जाएगा। सेक्शन सोलह किमी लंबा है। रेलवे ने मशीन से रोज आधा किमी यानी 750 स्लीपर बिछाएगा।
कुछ समय पहले हुए रेल हादसों से रेल मंत्रालय को झटका खाया है।
मूढ़ापांडे में राज्यरानी रेल हादसा हो या अन्य दुर्घटनाएं। कई में रेलपटरी खराब मिली। यात्री संरक्षा को ट्रैक मरम्मत पर जोर है। रेलपटरी, स्लीपर बदलने का काम जल्दी निपटाने को मुख्यालय ने आधुनिक मशीन दी है। गुरुवार को मशीन का डेमो हुआ। डिप्टी सीईई संजीव कुमार गर्ग की मौजूदगी में एक घंटे में 350 मीटर में स्लीपर बदले और रेल लाइन भी डाली गई। रेलवे क फोकस अब तेजी से ट्रैक सुधार पर है। रेलवे में लंबा ब्लाक(अवधि) आसानी से नहीं मिलता। पर मशीन से काम पर दो-तीन घंटे के ब्लाक में भी कई सौ मीटर नया ट्रैक बिछाया जा सकता है। हरथला से कांठ के बीच नया रेल ट्रैक बिछेगा। अप पर 10 और डाउन लाइन पर 6 किमी पर स्लीपर और रेललाइन डलेगी। ट्रैक सुधार पर जोर दे रहे रेल अफसरों ने रोजाना आधा किमी यानी रोज 750 स्लीपर डालने का खाका तैयार किया है।
मोअज्जमपुर में बना बेस डिपो
मुरादाबाद। ट्रैक बिछाने को रेलवे ने मोअज्जमपुर स्टेशन को बेस डिपो बनाया है। डिपो में कंक्रीट के स्लीपर है। कांठ तक नया ट्रैक बनाने में बेस डिपो से मशीन को स्लीपर लाने-ले जाने में आसानी होगी। मशीन में एक साथ ढाई हजार स्लीपर ला सकती है।
आज हरथला में काम होने के आसार
मुरादाबाद। शुक्रवार को ब्लाक न मिलने से रेलवे लाइन पर नया ट्रैक नहीं बिछाया जा सका। आधुनिक मशीन से नया ट्रैक बिछेगा। इससे 70 किमी ट्रैक बिछाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।