पहले बने अमृत सरोवरों को पूरा कराने के बाद ही नए सरोवरों का होगा काम
अमृत महोत्सव में धूमधड़ाके से मुरादाबाद में सरोवरों बनाने के काम शुरू हुए। इन सरोवरों को बनाने की रफ्तार पंद्रह अगस्त तक बहुत तेज रही लेकिन इसके बाद...

ग्राम पंचायत पर इस मद के लिए बजट के अभाव में धीमा पड़ा सरोवर का काम
पहले 75 ग्राम पंचायत में बनाना था एक-एक सरोवर,अब 643गांव में बनने हैं दो-दो
मुरादाबाद,वरिष्ठ संवाददाता।
अमृत महोत्सव में धूमधड़ाके से मुरादाबाद में सरोवरों बनाने के काम शुरू हुए। इन सरोवरों को बनाने की रफ्तार पंद्रह अगस्त तक बहुत तेज रही लेकिन इसके बाद एकाएक रफ्तार धीमी पड़ गई। शासन से इस मद में कोई सहयोग न मिलने दिक्कत आई,वहीं ग्राम पंचायतों पर भी इस काम के लिए अलग से कोई बजट न होने से काम को पूरा कराने में दिक्कत आने लगी। इन दिक्कतों के चलते अब प्रशासन ने अंतिम चरण में पहुंच चुके अमृतसरोवरों को पूरी तरह तैयार कराने के बाद ही नए सरोवरों के काम को शुरू कराया जाएगा। मकसद कम से कम हर ब्लाक में पांच-पांच सरोवर पूरी तरह बन जाएं।
शासन ने प्रदेश के हर जिले में पहले 75 अमृत सरोवरों को बनाने का लक्ष्य दिया। काम जोर शोर से शुरू हुआ इसी बीच शासन ने इस आदेश को संशोधित करते हुए हर जिले की हर ग्राम पंचायत में कम से कम दो दो सरोवरों को बनाने का लक्ष्य सभी जिलों को दिया। पंद्रह अगस्त पर झंडारोहण को लेकर प्रशासन ने ऐडी चोटी का जोर लगाकर सरोवरों पर झंडारोहण तो करा लिया लेकिन इसके बाद से बनने वाले सरोवरों के काम की रफ्तार थम सी गई है। अमृत सरोवरों की वर्तमान स्थिति पर जब मुख्य विकास अधिकारी सुमित यादव से बात की तो उन्होंने बताया कि अमृतसरोवर को लेकर पहली प्राथमिकता उन सरोवर को लेकर है जिनके काम अंतिम चरण में है। इन सरोवरों को पूरी तरह तैयार कराने के बाद ही आगे अन्य सरोवरों के काम को करवाया जाएगा। काम के लिए बजट जरूरी है,प्रयास कराए जा रहे हैं जिससे काम बिना बाधा के चलता रहे।
