प्रेरणा एप के विरोध में जिले भर के शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गुरुवार को शिक्षकों की भीड़ उमड़ी। दोपहर एक बजे बेसिक स्कूलों की छुट्टी के बाद एक-एक कर शिक्षक पहुंचने लगे। कुछ ही देर में जिले भर के शिक्षक यहां पहुंच गए और...
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गुरुवार को शिक्षकों की भीड़ उमड़ी। दोपहर एक बजे बेसिक स्कूलों की छुट्टी के बाद एक-एक कर शिक्षक पहुंचने लगे। कुछ ही देर में जिले भर के शिक्षक यहां पहुंच गए और प्रेरणा एप के विरोध में घंटों गरजे। इसके अलावा बारह सूत्रीय मांगों/समस्याओं को लेकर सरकार के प्रति अपनी नाराजगी प्रकट की।
धरने की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष सर्वेश कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षकों का उत्पीड़न करने वाले प्रेरणा एप जैसे तानाशाही आदेशों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार द्वारा संविलयन के नाम पर एक लाख सताईस हजार स्कूलों में प्रधानाध्यापक का पद समाप्त कर दिया गया है। शिक्षकों के पदोन्नति के अवसर समाप्त कर दिए गए हैं। प्रेरणा एप के नाम पर शिक्षकों की निजता की हनन की कोशिश की जा रही है। धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि किसी भी एप को लागू करने से पहले विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं, फर्नीचर, बिजली, पंखे, चहारदीवारी, शुद्ध पेयजल आदि उपलब्ध कराना चाहिए। संजय कुमार सिंह ने शिक्षकों की ड्यूटी शिक्षण से इतर कार्यो में लगाने का विरोध किया। डा. नीरज शर्मा, अमित कुमार सिंह, प्रदीप यादव, इकमान अली, राकेश कौशिक, एसएस राठी, रिहाना परवीन, मंजू सिंह, वर्षा भटनागर, राहुल शर्मा ने भी धरने को संबोधित किया। धरने में कपिल सिरोही, विष्णु भारद्वाज, अजब सिंह, दिनेश सैनी, हिमांशु विशिष्ठ, राजीव सिंह, चैतन्य कुमार, चंद्रकिरण, सुमित सिंह, चंचल सरोज आदि मौजूद रहे। संचालन धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने किया।
यह हैं शिक्षकों के मांगें व मुद्दे
- प्रेरणा एप का विरोध
- पुरानी पेंशन
- परिषदीय शिक्षकों की पदोन्नति
- विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं
- प्रत्येक विद्यालय में लिपिक
- चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नियुक्ति
- संविलयन पर रोक
- अंतरजनपदीय स्थानांतरण
- कैशलेस चिकित्सा
- चालीस दिन का उपार्जित अवकाश
आज अम्बेडकर पार्क में शिक्षक महासंघ का प्रदर्शन
शुक्रवार को शिक्षक महासंघ की ओर से अम्बेडकर पार्क में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसमें परिषदीय शिक्षकों के साथ ही माध्यमिक शिक्षक भी शामिल होंगे। इसके साथ ही राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद भी इस धरने का समर्थन करते हुए प्रदर्शन करेंगे।