मजदूरी से भरते पेट,काम बंद तो घरों को चल दिए
जिले की सीमाओं से कोई भी प्रवासी पैदल न जाए इसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने शहर के सभी बाईपास पर बैरीकेडिंग लगाकर चेकिंग कराई। जिसमें दलपतपुर जीरो प्वाइंट पर टीम ने कई प्रवासियों को पैदल जाते समय रोका...
जिले की सीमाओं से कोई भी प्रवासी पैदल न जाए इसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने शहर के सभी बाईपास पर बैरीकेडिंग लगाकर चेकिंग कराई। जिसमें दलपतपुर जीरो प्वाइंट पर टीम ने कई प्रवासियों को पैदल जाते समय रोका और उनको पास में बनाए गए शेल्टर होम में रुकवा दिया।
इन प्रवासियों में से दो परिवार वे मिले जो मुरादाबाद में किराए के मकान में रहते थे, काम बंद हुआ तो दोनों ने घर जाने का फैसला ले लिया। रविवार तड़के साजो सामान के साथ पैदल बलिया और आजमगढ़ के लिए निकल पड़े लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते दोनों ही शहर से निकलते ही रोककर शेल्टर होम पहुंचा दिए गए। राजकिरन कालेज में बनाए गए अस्थाई शेल्टर होम में रोके गए मुरादाबाद रामलीला मैदान के पास रहने वाले परिवारों से बात की तो बिन्दु ने बताया कि वह सीलिंग में पीओपी का काम करता है। कडाउन के चलते काम बंद होने से अब बच्चों का पेट पालना मुश्किल हो गया है इसलिए पत्नी और दो बच्चों के साथ आजमगढ़ घर जाने को निकले वहीं इसी इलाके का एक अन्य मजदूर भी बलिया घर जाने को पैदल निकले लेकिन पुलिस ने जीरो प्वाइंट पर रोककर शेल्टर होम पर भेज दिया।