बुखार और उल्टी-दस्त के मरीजों से भरा अस्पताल
उमस और बरसात के सीजन ने संक्रामक रोगों की झड़ी लगा दी है। जिला अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सालयों में बुखार और डायरिया के मरीज बढ़ गए हैं। जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की लाइन लगी रहती...
उमस और बरसात के सीजन ने संक्रामक रोगों की झड़ी लगा दी है। जिला अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सालयों में बुखार और डायरिया के मरीज बढ़ गए हैं। जिला अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की लाइन लगी रहती है।
बुखार, खांसी के पीड़ितों से जिला अस्पताल भर गया है। बच्चा वार्ड में बेड खाली नहीं है। जिसकी वजह से मरीजों को दो से तीन दिन के बाद अस्पताल से छुट्टी कर दी जा रही है। बुधवार को भी अस्पताल में 25 सौ मरीज आए। इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को भर्ती कराने के लिए लोगों को भागदौड़ करनी पड़ रही है।
अस्पताल में दो सौ से अधिक मरीज भर्ती हैं। विभागीय तौर पर 187 बेड स्वीकृत हैं, लेकिन जरूरत को देखते हुए 220 बेड की सुविधा है। बुखार, उल्टी-दस्त और त्वचा रोगी अधिक आ रहे हैं। बच्चा वार्ड में भीड़ अधिक है। ऐसे में मरीजों को तीन से पांच दिन तक भर्ती किया जा रहा है।
डा.राजेंद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक
मेडिकल कार्पोरेशन करेगा दवा की आपूर्ति
मुरादाबाद। राज्य सरकार ने सरकारी अस्पतालों में दवा की आपूर्ति कार्पोरेशन से कराने का निर्णय लिया है। यह व्यवस्था सितंबर माह में लागू होने की उम्मीद है। सरकारी अस्पतालों में दवा की हर समय उपलब्धता के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। अभी सरकार द्वारा नामित एजेंसी दवा की आपूर्ति करती है। चार-चार माह की खेप अस्पतालों को दिया जाता है। ऐसे में अक्सर दवाओं की कमी की नौबत आ जाती है। विभाग के अफसर का दावा है कि अब बदले प्रबंध में दवाओं की कमी नहीं होगी। मांग के अनुसार दवा की आपूर्ति होगी।