बसों की छत पर सफर करने को मजबूर हुए लोग
लॉक डाउन होने के कारण लोगों की दुश्वारियां लगातार बढ़ रही हैं। लोग पैदल ही अपने घरों की तरफ जा रहे हैं तो सरकार ने कुछ सरकारी बसों की व्यवस्था की है। जहां यात्री ठूस ठूसकर बस में भरे होते हैं। जगह...
लॉक डाउन होने के कारण लोगों की दुश्वारियां लगातार बढ़ रही हैं। लोग पैदल ही अपने घरों की तरफ जा रहे हैं तो सरकार ने कुछ सरकारी बसों की व्यवस्था की है। जहां यात्री ठूस ठूसकर बस में भरे होते हैं। जगह नहीं मिलने पर बसों की छत पर भी सफर करने को मजबूर हो चुके हैं।रविवार को अनेकों बसें बिलारी से होकर गुजरी,जो लोगों को ले जा रही थी। लेकिन बसों की हालत देखने लायक थी। बस में कदम रखने को जगह नहीं थी। इसके साथ ही बसों की छत पर अनगिनत लोग बैठकर सफर करने को मजबूर थे।
हालत यह थी की महिलाओं व बच्चों की स्थिति अत्यंत खराब थी। इसके साथ ही लोग अपना सफर पूरा करने के लिए मुख्य चौराहों पर घंटों तक पड़े रहते हैं। कोई प्राइवेट वाहन आने पर उसमें सफर करने को मजबूर हैं ।इसके साथ ही स्वयंसेवक उनकी सेवा के लिए लगे हुए हैं। इतना ही नहीं उनकी दशा को देखते हुए बिलारी के महाराणा प्रताप चौक पर महेश कुमार शर्मा व उनकी पुत्रवधू शालू शर्मा ने भूखे बिलखते बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था की। इसके साथ ही बच्चों के लिए खाने का भी प्रबंध कराया। महेश शर्मा ने बताया कि वह प्रतिदिन लोगों की दुश्वारियां देखते हुए उन्हें दूर करने का हर संभव प्रयास करते हैं।