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स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक 4 को, जानिए कितने करोड़ के रखे जाएंगे प्रस्ताव

महीनों से रुकी स्मार्ट सिटी की गाड़ी को रफ्तार मिलेगी। बोर्ड की बैठक में पहले फेस के 12 प्रोजेक्ट की 350 करोड़ की ड्राफ्ट डीपीआर पर मंथन होगा। शहर में यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए ट्रैफिक...

स्मार्ट सिटी बोर्ड की बैठक 4 को, जानिए कितने करोड़ के रखे जाएंगे प्रस्ताव
हिन्दुस्तान टीम,मुरादाबादFri, 20 Sep 2019 11:03 AM
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महीनों से रुकी स्मार्ट सिटी की गाड़ी को रफ्तार मिलेगी। बोर्ड की बैठक में पहले फेस के 12 प्रोजेक्ट की 350 करोड़ की ड्राफ्ट डीपीआर पर मंथन होगा। शहर में यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए ट्रैफिक कंट्रोल कमांड सेंटर समेत बारह प्रोजेक्ट है। स्पेशल परपज व्हीकल(एसपीवी) की बैठक में मंजूरी के बाद प्रोजेक्ट का तकनीकी परीक्षण होगा। इसके बाद ही स्मार्ट सिटी में टेंडर निकलेंगे।

स्मार्ट शहर बनाने के लिए प्रोजेक्ट को रफ्तार देने में पिछले एक साल से लगातार बाधाएं आई है। पहले पीएमसी बनी आईएलएफएस कंपनी के डिफाल्टर होने के बाद नई कंपनी रुद्राभिषेक कंपनी के नाम पर मुहर लगी। पर तीन तीन बार टेंडर से काम की रफ्तार थमी रहीं। मार्च,19 से कंपनी को बारह प्रोजेक्ट के ड्राफ्ट डीपीआर बनाने का काम सौंपा गया। जानकारों की माने तो जुलाई से प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार है। पर एसपीवी की बैठक न होने से प्रोजेक्ट को रफ्तार नही मिल पाई। पर गुरुवार को एसपीवी के चेयरमैन व कमिश्नर यशवंत राव की मंजूरी के बाद स्मार्ट सिटी बोर्ड बैठक रखीं गई है। नगर आयुक्त संजय चौहान ने बताया कि एसपीवी की बैठक 4 अक्तूबर को होगी। बैठक में तैयार पहले फेस के बारह प्रोजेक्टों पर मंथन किया जाएगा। स्मार्ट सिटी बोर्ड की मंजूरी के बाद प्रोजेक्ट का तकनीकी परीक्षण विभिन्न आईआईटी रुड़की आदि संस्थानों में कराया जाएगा। परीक्षण रिपोर्ट के बाद टेंडर निकलेंगे।

शहर की जरूरत है 12 प्रोजेक्ट

स्मार्ट सिटी में बारह प्रोजेक्ट की डीपीआर में 350 करोड़ रुपये के खर्च के प्रस्ताव है। जानकारों की माने तो इन प्रोजेक्ट के अमल का असर बुनियादी सुविधाओं पर पड़ेगा। सुरक्षित और तेज रफ्तार को ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम होगा। मानीटरिंग के लिए कमांड सेंटर में चार सौ कैमरे, डिजिटल स्क्रीन लगेंगी। बारह सरकारी कार्यालयों की छतों पर सोलर,चौराहों पर सोलर हाईमास्ट, प्रदूषण दूर करने को इलेक्ट्रिक भट्टी, जीरो डिस्पोजल को स्मार्ट टॉयलेट, स्मार्ट क्लासेज प्रोजेक्ट है।

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