कोरोना जांच में बाधा बन रहे कई रसूखदार लोग
कोरोना संक्रमित आए प्रत्येक व्यक्ति के संपर्क में आने वालों की जांच पर स्वास्थ्य विभाग फोकस कर रहा है, लेकिन, इसमें समाज के कई प्रतिष्ठित लोग अड़चन बन रहे हैं। अफसरों का कहना है कि तमाम लोग अपनी...

कोरोना संक्रमित आए प्रत्येक व्यक्ति के संपर्क में आने वालों की जांच पर स्वास्थ्य विभाग फोकस कर रहा है, लेकिन, इसमें समाज के कई प्रतिष्ठित लोग अड़चन बन रहे हैं। अफसरों का कहना है कि तमाम लोग अपनी प्रतिष्ठा धूमिल हो जाने के डर से कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल देने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। जिन लोगों का समाज और आसपास के इलाके में जाना पहचाना नाम वो जांच से कतरा रहे हैं। ये लोग कोरोना पॉजिटिव आने पर अपनी बदनामी होने का अंदेशा जता रहे हैं। कोविड 19 के जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि कोरोना संक्रमित आने पर प्रतिष्ठा खराब होने का डर कई लोगों को अपनी जांच कराने से रोक रहा है, जबकि, कुछ संक्रमित मरीजों के साथ उनका संपर्क होने के कारण उनकी जांच होना जरूरी है। ऐसे लोगों की व्यक्तिगत स्तर पर काउंसलिंग की जा रही है। डॉक्टर प्रेमी ने लोगों से अपील की है कि वह प्रतिष्ठाा खोने के डर या अन्य किसी तरह की हिचकिचाहट को कोरोना नियंत्रण की मुहिम में आड़े नहीं आने दें। जितने अधिक से अधिक कोरोना संक्रमित सामने आएंगे जिले में इस महामारी को नियंत्रित करने में उतनी ही ज्यादा मदद मिलेगी। अधिकारियों के मुताबिक समाज में अच्छी प्रतिष्ठा, नाम और पहचान रखने वालों की हिचकिचाहट को ध्यान में रखते हुए अब नए कोरोना संक्रमितों की पहचान को नहीं जाहिर करने पर फोकस किया गया है। ऐसे लोगों को खुद जांच के लिए आगे आकर मिसाल बनने के लिए प्रेरित करने में भी स्वास्थ्य विभाग जुट गया है।
