खुद को मृत दिखाकर भाई से कराया बीमा क्लेम, एफआईआर दर्ज
- सिविल लाइंस थाना क्षेत्र का मामला, निजी बीमा कंपनी ने दो सगे भाइयों पर

दो भाइयों ने मिलकर एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी को 95 लाख रुपये का चूना लगाने की कोशिश की। एक भाई ने अपने नाम चार बीमा पॉलिसी ली। बाद में खुद को मृत बताकर अपने भाई से बीमा क्लेम करा दिया। जांच में सच्चाई आने के बाद बीमा कंपनी के अधिकारी ने लाइनपार मझोला निवासी दोनों भाइयों पर सिविल लाइंस थाने में धोखाधड़ी व जालसाजी का केस दर्ज कराया है।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में महिला थाने के सामने रूद्र प्लाजा में एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी की शाखा है। बीमा कंपनी के शाखा प्रबंधक पुलकित गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने मझोला थाना लाइनपार मझोला गली नंबर 1 निवासी भोजराज पांडेय व उसके भाई ब्रिजेश कुमार पांडेय पर केस दर्ज किया है। दर्ज रिपोर्ट में शाखा प्रबंधक पुलकित ने बताया कि आरोपी भोजराज पांडेय ने उनकी कंपनी से 22 मार्च 2021 से 21 सितंबर 2021 के बीच चार अलग-अलग बीमा पॉलिसी ली। इनमें से तीन 20-20 लाख और एक 35 लाख का बीमा था। कुल 95 लाख की बीमा पॉलिसी में भोजराज ने अपने भाई ब्रिजेश कुमार को नामिनी बनाया। इसके बाद 1 फरवरी 2023 को ब्रिजेश कुमार ने बीमा के लिए क्लेम कर दिया। अपने भाई भोजराज पांडेय का मृत्यु प्रमाणपत्र देकर बताया कि 30 दिसंबर 2022 को बदायूं में सड़क हादसे में भोजराज की मौत हो गई। इसके लिए बदायूं के वजीरगंज थाने में 4 जनवरी 2023 को दर्ज कराई गई एफआईआर की कॉपी भी दिया। इसके बाद बीमा कंपनी ने इनवेस्टिगेटिव एजेंसी जेटासिसटेक से क्लेम की जांच कराई। जांच में पता चला कि भोजराज पांडेय जीवित है और उसका मृत्यु प्रमाणपत्र फर्जी है। पड़ोसियों ने भी पुष्टि की। बाद में कंपनी की जांच में यह भी पता चला कि वजीरगंज थाने में हादसे की जो रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, उसमें पुलिस ने साक्ष्य के अभाव में केस बंद कर दिया है। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि बीमा कंपनी के शाखा प्रबंधक की तहरीर पर आरोपी भोजराज पांडेय व उसके भाई ब्रिजेश कुमार पर सिविल लाइंस थाने में धोखाधड़ी और जालसाजी का केस दर्ज किया है।
