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भोले के जयघोष के साथ जलाभिषेक शुरू

महाशिवरात्रि को भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए हजारों कांवड़िये रविवार को ही महानगर पहुंच गए हैं। इन बेड़ों के साथ चल रहे डीजे से भक्ति संगीत और लहराते तिरंगे भक्ति और राष्ट्रप्रेम से सराबोर करते...

भोले के जयघोष के साथ जलाभिषेक शुरू
हिन्दुस्तान टीम,मुरादाबादMon, 04 Mar 2019 12:43 PM
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महाशिवरात्रि को भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए हजारों कांवड़िये रविवार को ही महानगर पहुंच गए हैं। इन बेड़ों के साथ चल रहे डीजे से भक्ति संगीत और लहराते तिरंगे भक्ति और राष्ट्रप्रेम से सराबोर करते रहे। श्रद्धालुओं ने रास्ते में त्रिशूल आदि लहराते हुए नृत्य कर माहौल पूरी तरह शिवमय कर दिया। यह सिलसिला देर रात तक जारी रहा। अब तक इनकी संख्या जितनी कम होने की आशंका जताई जा रही थी। उससे अधिक कांवड़िये शिवालयों पर पहुंचे। उन्होंने देर रात पहुंचे और तड़के सुबह से जलाभिषेक शुरू कर दिया।

रविवार को कांठ रोड पर दिन बढ़ने के साथ ही कांवड़ बेड़ों की संख्या में भी वृद्धि होती रही। शाम तक पूरा क्षेत्र ही कांवड़ियों के जयघोष से गूंजने लगा। उन्होंने त्रिशूल, डमरू और तिरंगे आदि लहराते हुए भक्ति संगीत पर नृत्य कर पूरा क्षेत्र शिवमय कर दिया। इसका स्वागत करने पहुंचे परिजनों ने भी कांवड़ अपने कंधे पर रखकर उनका सहयोग किया। देर रात तक यह सभी झूमते नाचते जलाभिषेक करने वाले शिवालयों पर पहुंच गए। तड़के तीन बजे प्रमुख मंदिरों के कपाट खोल दिये गए। पूजा आदि के बाद जलाभिषेक शुरू कर दिया।

पलकें बिछाईं और समर्पण भाव से किया बेड़ों का स्वागत

मुरादाबाद। कांवड़ियों के स्वागत के लिए कांठ रोड पर भंडारे चलते रहे। उनके विश्राम के लिए शिविर भी सजाए गए। कुछ भंडारों पर कांवड़ियों को आकर्षित करने के लिए शिव नृत्य और स्वचलित झांकियां भी आयोजित की गईं। इन भंडारों पर सेवकों द्वारा कांवड़ियों ने शिविर में आने का आग्रह करना भक्ति और समर्पण भाव प्रदर्शित करता रहा। गौर ग्रेसियस के पास चल रहे भंडारे में आकर्षित करने के लिए शिव नृत्य का मनोहारी मंचन होता रहा। कदम- कदम पर सजे भंडारों के सेवक कांवड़ियों को अपने शिविर में आने का भावपूर्ण निमंत्रण देते रहे। इनमें मूंग की दाल, छोले चावल, रोटी सब्जी पाव भाजी, मुलतानी छोले चावल आदि सहित अनेक तरह के स्वादिष्ट भोजन परोसे जाते रहे। उधर कांवड़ियों के स्वागत को पूरा कांठ रोड केसिरया झंडों से सजा दिया गया।

सीसीटीवी कैमरों से होगी निगरानी

मुरादाबाद। चौरासी घंटा मंदिर पर जलाभिषेक करने बड़ी संख्या में कांवड़िये पहुंचते हैं। इनकी सुरक्षा के लिए चौरासी घंटे पर पुलिस ने कट्रोल रूप बनाया है। शिव मूर्ति के साथ मंदिर की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। उधर झारखंडी बाबा के मंदिर पर भी सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था की गई है।

देर रात 3.30 बजे से आरंभ हुआ जलाभिषेक

मुरादाबाद। कामेश्वर नाथ मंदिर (चौरासी घंटा मंदिर) के पुजारी विष्णु दत्त शर्मा एवं राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि मंदिर रात तीन बजे खोला जाएगा और भगवान के स्नान और आरती के बाद जलाभिषेक आरंभ करा दिया जाएगा। उधर झारखंडी बाबा मंदिर के महंत भोलेनाथ ने भी तीन बजे मंदिर के कपाट खोलने और चार बजे से जलाभिषेक आरंभ कराने की बात कही है।

अलग-अलग द्वारों से होगी प्रवेश-निकासी

मुरादाबाद। चौरासी घंटा मंदिर में शिव प्रतिमा की ओर से कांवड़ियों के और मुख्य मार्ग के रास्ते अन्य श्रद्धालुओं के प्रवेश की व्यवस्था की गई है। इन सभी की निकासी माता दुर्गा के भवन की ओर से रहेगी। बाबा झारखंडी मंदिर में भी कावंड़ियों और श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकासी की अलग-अलग व्यवस्था की गई है।

गंगा मंदिर में ठहराए जा रहे कांवड़िये

मुरादाबाद। चौरासी घंटा मंदिर पर देर शाम से ही कांवड़ियों का पहुंचना शुरू हो गया। हिंदू मंडल किसरौल के कोषाध्यक्ष सत्यदेव शर्मा ने बताया कि इन कांवड़ियों के रहने, विश्राम करने और स्नान आदि की व्यवस्था गंगा मंदिर में की गई है। इनकी संख्या अधिक होने पर मंडल की धर्मशाला भी खोल दी जाएगी।

देर शाम तक जल लेने रवाना होते रहे श्रद्धालु

मुरादाबाद। कुछ कांवड़िये ब्रजघाट से भी जल लेकर शिवालयों पर पहुंचे। जबकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाइकों और कार आदि ने हरिद्वार और ब्रजघाट रवाना हुए। इनके वाहनों पर भी तिरंगा लहराता रहा और भगवान शिव का त्रिशूल लगा रहा। यह देर रात तक शहर स्थित शिवालयों पर पहुंच कर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे।

मंदिरों की सजावट ने किया आकर्षित

मुरादाबाद। रविवार को मंदिरों को भव्य रूप सजाया लिया गया। बिजली और फूलों से सजाए गए शिवालयों की अनोखी छटा हर किसी को आकर्षित करती रही। चौरासी घंटा एवं बाबा झारखंडी के मंदिर पर रात में बेल पत्ती और प्रसाद की दुकानें सज गईं। जिससे मेले जैसा माहौल हो गया।

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