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70 मृतकों को जिंदा दिखाकर हड़प चुके थे लाखों का क्लेम, जानिए कैसे होता था खेल

मृतकों का बीमा कराकर क्लेम हड़पने वाले चारों आरोपी अब तक 70 लोगों के नाम पर लाखों का क्लेम हजम कर चुके हैं। चारों पूर्व में बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस में काम करते थे। गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के...

70 मृतकों को जिंदा दिखाकर हड़प चुके थे लाखों का क्लेम, जानिए कैसे होता था खेल
हिन्दुस्तान टीम,मुरादाबादFri, 22 Nov 2019 10:53 AM
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मृतकों का बीमा कराकर क्लेम हड़पने वाले चारों आरोपी अब तक 70 लोगों के नाम पर लाखों का क्लेम हजम कर चुके हैं। चारों पूर्व में बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस में काम करते थे। गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच चारों को जेल भेज दिया गया। अब एसटीएफ व मझोला पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है।

बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक विनीत कुमार यादव ने इसी वर्ष 19 अप्रैल को मझोला थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि कुछ लोग उनकी कंपनी में फर्जी तरीके से बीमा कराते हैं। एक-दो किश्त जमा करने के बाद उनके मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर बीमा का क्लेम हड़प लेते हैं। पुलिस ने मामले की विवेचना की लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। इसके बाद लखनऊ एसटीएफ ने जांच अपने हाथ में ले लिया।

एसटीएफ के अधिकारियों ने जाल बिछाकर बुधवार को हरिओम सैनी पुत्र कल्लू सैनी निवासी कांशीराम कालोनी, थाना मझोला, प्रमोद कुमार पुत्र धर्मपाल सिंह निवासी मूंढापांडे, अंकित चौधरी पुत्र रमेश चौधरी निवासी नया गांव, अनुज पुत्र सुरेश चंद्र निवासी बुढऩपुर, थाना डिडौली (अमरोहा) को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से कीमती लैपटॉप व ब्रांडेड मोबाइल फोन भी बरामद हुए थे। एसटीएफ ने गोपनीय स्थान पर पूछताछ के बाद चारों को मझोला पुलिस के हवाले कर दिया। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में चारों ने सत्तर से अधिक मृतकों को जिंदा दिखाकर कंपनी में उनका बीमा कराया और फिर दो-तीन किस्तें जमा कराईं और फिर उन्हें मृत दिखाकर लाखों रुपए का क्लेम हड़प लिया था। चारों पूर्व में बजाज एलियांज में एजेंट के रूप में ही काम कर चुके हैं।

तीन दिनों से लखनऊ एसटीएफ ने शहर में डाल रखा था डेरा

मुरादाबाद। तीन दिनों से लखनऊ एसटीएफ जालसाजों की गिरफ्तारी के लिए शहर में डेरा डाले हुए थी। सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ के अधिकारियों ने ग्राहक बनकर हरिओम सैनी को सबसे पहले पकड़ा। इसके बाद एक के बाद एक चारों को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।

कंपनी के कर्मचारियों-अधिकारी भी निशाने पर

मुरादाबाद। पूछताछ में गिरफ्तार किए गए चारो जालसाजों ने स्वीकार किया कि कंपनी के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से ही पूरा खेल खेल चल रहा था। बदले में कंपनी के अधिकारियों को मोटी रकम दी जाती थी। एक-एक हस्ताक्षर करने के लिए कंपनी के अधिकारी पैसे लेते थे। एसटीएफ की टीम कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों पर भी पैनी नजरें जमाए हुए है। माना जा रहा है कि जल्द ही और गिरफ्तारी की जाएंगी।

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