उड़ता गुलाल बढ़ा सकता है दमा की पीड़ा
सांस के मरीजों को होली पर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है। उड़ता हुआ गुलाल उन्हें दमा का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है। सीओपीडी के मरीजों को भी रंगों से बचना चाहिए। बदलते मौसम में गीले रंगों से होली...
हिन्दुस्तान टीम,मुरादाबादTue, 19 Mar 2019 08:42 PM
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सांस के मरीजों को होली पर ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है। उड़ता हुआ गुलाल उन्हें दमा का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है। सीओपीडी के मरीजों को भी रंगों से बचना चाहिए। बदलते मौसम में गीले रंगों से होली खेलने से अस्थमा एलर्जी से पीड़ित मरीजों की दिक्कत बढ़ सकती है।
जिन लोगों को पहले से दिक्कत हो उन्हें प्रतीकात्मक रूप से हर्बल रंगों से ही होली खेलनी चाहिए। बच्चे होली पर पानी में भीगने से बचें क्योंकि अभी इस मौसम में स्वाइन फ्लू का वायरस फैला हुआ है। भीगने से ठंड लगने पर स्वाइन फ्लू का वायरस अपनी चपेट में ले सकता है।
डॉ.दिनेश कुमार प्रेमी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी