मुरादाबाद में खेल छात्रावास की रेस में पिछड़ गईं बेटियां
खेल छात्रावास की रेस में मंडल की बेटियां पिछड़ गईं। पांच जिलों में कुल चयनिति 37 खिलाड़ियों में सिर्फ छह बेटियां हैं। शेष इक्कतीस खिलाड़ी पुरुष हैं। इनमें हॉकी में सबसे ज्यादा तीन लड़कियों का चयन...
खेल छात्रावास की रेस में मंडल की बेटियां पिछड़ गईं। पांच जिलों में कुल चयनिति 37 खिलाड़ियों में सिर्फ छह बेटियां हैं। शेष इक्कतीस खिलाड़ी पुरुष हैं। इनमें हॉकी में सबसे ज्यादा तीन लड़कियों का चयन किया गया। दो बैडमिंटन में और एक कुश्ती में चयनित की गई। कुल बारह खेलों में ट्रायल हुए जिसमें बास्केटबाल में एक भी खिलाड़ी को हास्टल के लिए नहीं चुना जा सका।
हास्टल में दो आयु वर्गों में चयन किया जाता है। बारह वर्ष से कम और पंद्रह वर्ष से कम आयु वर्ग में खिलाड़ियों को छात्रावास में लिया जाता है। वहीं उनकी पढ़ाई लिखाई होती है और वहीं खेल का प्रशिक्षण दिया जाता है। सबसे ज्यादा दस खिलाड़ी मंडल स्तर पर कबड्डी के चुने गए। इसके बाद हॉकी में नौ खिलाड़ियों का चयन किया गया। इसमें छह लड़के हैं। एथलेटिक्स में छह और क्रकिकेट में तीन खिलाड़ियों को छात्रावास के लिए चुना गया। बैडमिंटन और कुश्ती में दो दो खिलाड़ियों का चयन किया गया। वहीं तैराकी, तीरंदाजी, वॉलीबॉल और हैंडबाल में एक एक खिलाड़ी का चयन छात्रावास के लिए मंडल में किया गया है। मुरादाबाद, अमरोहा, रामपुर, संभल और बिजनौर सभी जिलों के खिलाड़ी इसमें शामिल हैं।
गर्ल्स में प्रतिभा है पर छात्रावास में बहुत कम ही लड़कियां रहना चाहती हैं। इसी वजब से कुल चयनिति खिलाड़ियों की संख्या में अंतर है। मुरादाबाद मंडल से कुल 37 खिलाड़ियों में छह लड़कियां और 31 लड़कों का छात्रावास के लिए चयन किया गया है।
अनिमेष सक्सेना, क्रीड़ाधिकारी, मुरादाबाद
खेल और चयनित खिलाड़ी
खेल संख्या
क्रिकेट 3
एथलेटिक्स 6
फुटबाल 1
बैडमिंटन 2
कुश्ती 2
हॉकी 9
कबड्डी 10
तैराकी 1
तीरंदाजी 1
वालीबॉल 1
हैंडबाल 1
कुल 37