ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश मुरादाबादआस्था में भूले सोशल डिस्टेंसिंग, पुलिस ने लाठी भांज कर खदेड़ा

आस्था में भूले सोशल डिस्टेंसिंग, पुलिस ने लाठी भांज कर खदेड़ा

कोरोना महामारी के खतरे के बावजूद सोमवार को गागन नदी तट पर गंगा दशहरा का मेला लगा। भीड़ उमड़ने पर पहुंची पुलिस ने लाठियां भांजकर लोगों को खदेड़ा। लॉक डाउन तोड़ने वालों पर पांच अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर...

आस्था में भूले सोशल डिस्टेंसिंग, पुलिस ने लाठी भांज कर खदेड़ा
हिन्दुस्तान टीम,मुरादाबादMon, 01 Jun 2020 06:40 PM
ऐप पर पढ़ें

कोरोना महामारी के खतरे के बावजूद सोमवार को गागन नदी तट पर गंगा दशहरा का मेला लगा। भीड़ उमड़ने पर पहुंची पुलिस ने लाठियां भांजकर लोगों को खदेड़ा। लॉक डाउन तोड़ने वालों पर पांच अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर पुलिस ने कार्रवाई की।

अभी भी सार्वजनिक स्थलों पर मेला और धार्मिक आयोजन आदि पर प्रतिबंध हैं। इसके बावजूद गंगा दशहरा पर गागन नदी तट पर मेला लग गया। सोमवार को गंगा दशहरा के दिन सुबह से ही लोगों की भीड़ गागन नदी पर पहुंचने लगी। लोगों ने बच्चों के मुंडन संस्कार कराए। सुबह नौ बजे तक भारी भीड़ एकत्रित हो गई। कई अस्थाई दुकानें भी वहां सज गईं। सुबह दस बजे तक मेला पूरी तरह से सज गया। अधिकारियों को सूचना मिलने पर आनन-फानन में मझोला पुलिस को मौके पर भेजा। मझोला पुलिस टीम ने गागन पर पहुंच कर दुकानदारों को लाठी भांज कर वहां से खदेड़ा। अनावश्यक रूप से भीड़ लगाए लोगों को भी लॉकडाउन का हवाला देकर घर भेजा गया। मुंडन संस्कार व अन्य पूजा पाठ कर रहे लोगों को भी हिदायद देकर घर भेज दिया गया। पुलिस ने कई लोगों पर लॉक डाउन तोड़ने का मुकदमा भी दर्ज किया है। एसएचओ मझोला रोकश कुमार सिंह ने बताया कि गागन नदी पर कुछ लोग एकत्रित हो गए थे। लॉक डाउन तोड़ने पर पांच अलग-अलग मुकदमा दर्ज कर मेले में समूह बनाकर पहुंचे लोगों और दुकानदारों पर कार्रवाई की गई है।

थाने के पास लगे मेले से खुली पोल

गंगा दशहरा पर लगा मेला थाने से बामुश्किल दो सौ मीटर की दूरी पर है। गागन तिराहे पर पुलिस चेक पोस्ट पर 24 घंटे पुलिस की ड्यूटी रहती है। इसके बाद भी हाईवे पर सुबह सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। मेला सज गया और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस के पीआर सेल में मेले की सूचना मिली तो अधिकारियों ने संज्ञान लेकर कार्रवाई कराई। सूत्रों की माने तो मझोला थाने के कुछ पुलिसकर्मियों की सह पर यह मेला लगा था। जब अधिकारियों तक मामला पहुंचा तो आनन-फानन में सख्ती करते हुए दुकानदारों पर लाठी चलानी शुरू कर दी। जब पहले ही भीड़ को रोक दिया जाता तो लाठी चलाने की नौबत न आती।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें