कुत्तों ने चालीस को काटा, दो बच्चे गंभीर
जिले की सड़कों पर घूम रहे कुत्तों ने पिछले चौबीस घंटों में कई लोगों पर हमला बोला। चालीस लोग कुत्ते के हमले का शिकार होकर जिला अस्पताल पहुंचे। इनमें से दो बच्चों को कुत्ते ने बुरी तरह नोचा। जिसके चलते...
जिले की सड़कों पर घूम रहे कुत्तों ने पिछले चौबीस घंटों में कई लोगों पर हमला बोला। चालीस लोग कुत्ते के हमले का शिकार होकर जिला अस्पताल पहुंचे। इनमें से दो बच्चों को कुत्ते ने बुरी तरह नोचा। जिसके चलते उनके शरीर पर गहरे जख्म आए। उन्हें एंटी रैबीज सीरम लगवाने की सलाह दी गई।
सोमवार को बारिश के बावजूद जिला अस्पताल की ओपीडी में कुत्तों के हमले से पीड़ित लोग काफी संख्या में पहुंचे। चालीस नए पीड़ित एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। रतनपुर के पास मालीपुर गांव में पागल कुत्ते ने सात वर्षीय सिमरन और चार वर्षीय नावेद को काटा। तीन दिन पहले रतनपुर में पागल कुत्ते ने कई लोगों को बुरी तरह काटा था। इनमें से पांच लोग जिला अस्पताल पहुंचे थे। जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन विभाग के चिकित्सक डॉ.बलराज सिंह ने बताया कि चालीस नए पीड़ितों के साथ अगले राउंड की एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने के लिए करीब तीस पुराने पीड़ित पहुंचे। कुत्तों के हमले से पीड़ित लोगों के पहुंचने का आंकड़ा अब 65 पार पहुंच रहा है।
नसबंदी पर खामोश हुआ निगम
शहर में लोगों पर कुत्तों के हमले लगाकर बढ़ने के बावजूद आवारा कुत्तों पर लगाम कसने के कोई इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। नगर निगम ने कुत्तों की नसबंदी शुरू करने का जो मंसूबा बनाया था उसकी शुरुआत का कोई अता पता नजर नहीं आ रहा है। लोगों को कुत्तों के हमले से बचाने की गंभीरता दिखाने के बजाय नगर निगम ने इस बारे में खामोशी अख्तियार कर ली है।