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सेवा पखवाड़ा में दिव्यांगों को दिए सहायक उपकरण

Moradabad News - मुरादाबाद में सेवा पखवाड़ा के तहत दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण बांटे गए। समारोह में 86 दिव्यांगों को उपकरण वितरित किए गए, लेकिन कुछ को खाली हाथ लौटना पड़ा। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. शेफाली सिंह ने सरकार...

Newswrap हिन्दुस्तान, मुरादाबादSun, 28 Sep 2025 08:27 PM
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सेवा पखवाड़ा में दिव्यांगों को दिए सहायक उपकरण

मुरादाबाद। सेवा पखवाड़ा में दिव्यांगजनों को दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले उपकरण बांटे गए। विकास भवन परिसर में रविवार को आयोजित समारोह में सहायक उपकरण पाने वालों के चेहरे पर खुशी देखते बनी। हालांकि कुछ दिव्यांगों को खाली हाथ भी घर लौटना पड़ा। मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत की अध्यक्ष डॉ. शेफाली सिंह ने केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों की चर्चा की। कहा, सरकार अपनी योजनाओं से दिव्यांगजनों को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध प्रयास कर रही है। विधान परिषद सदस्य गोपाल अंजान ने कहा कि सहायक उपकरण जरूरतमंदों के जीवन को बेहतर बनाएंगे। समारोह के लिए विभाग द्वारा 86 दिव्यांग चिह्नित किए गए थे।

इस दौरान 25 व्हीलचेयर, 50 कान की मशीन, 11 एमआर किट और 25 स्मार्ट केन बांटे गए। शिविर में नगर विधायक की प्रतिनिधि के रूप में उनकी पत्नी अल्पना गुप्ता, जिला विकास अधिकारी जीबी पाठक, जिला बचत अधिकारी सिद्धार्थ, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी विजय कुमार यादव, डीपीआरओ आलोक शर्मा प्रमुख रूप से शामिल रहे। ह्वीलचेयर के आवेदक अधिक आ गए थे। 25 नग की ही आपूर्ति हो पाई थी। इस वजह से कुछ आवेदकों को लौटना पड़ा। ऐसे लोगों की सूची बना ली गई है। अगले शिविर में उन्हें सहायक उपकरण दे दिए जाएंगे। शासन की ओर से यह कार्यक्रम तय हुआ था। विजय कुमार यादव, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी चलने का उपकरण मांगने आई बेटी पिता संग खाली हाथ लौटी मुरादाबाद। दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के शिविर में चलने का उपकरण मांगने आई बेटी पिता संग खाली हाथ लौटने को मजबूर हुई। भगतपुर की नरक्शा ने मोटराइज्ड साइकिल की डिमांड थी। शनिवार को विभाग की ओर से शिविर में उसे बुलाया गया। मगर, निराशा ही हाथ लगी। आवेदक के पिता सलीम ने बताया कि पैर से दिव्यांग बेटी को प्राइवेट सवारी से लेकर बड़ी मुश्किल से पहुंचा हूं। विभाग की ओर से लोगों को उपकरण बांटे गए। हमारी बेटी को नहीं मिल पाया। मेरे छह बच्चों में बेटी तीसरे नंबर की है। बताया कि दिन भर की मजदूरी भी गई। इस दौरान 400 रुपये खर्च हो गए और यहां से आश्वासन देकर वापस किया जा रहा है।

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