VIDEO: मुरादाबाद के बाजारों में जीएसटी का सन्नाटा
एक जुलाई से जीएसटी लागू हो गई है। ग्राहक से लेकर दुकानदार तक इसको लेकर परेशान हैं। जिन दुकानों पर हमेशा चहल-पहल रहती थी, आज वहां सन्नाटा परसा था। दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते...
एक जुलाई से जीएसटी लागू हो गई है। ग्राहक से लेकर दुकानदार तक इसको लेकर परेशान हैं। जिन दुकानों पर हमेशा चहल-पहल रहती थी, आज वहां सन्नाटा परसा था। दुकानदार दिनभर ग्राहकों का इंतजार करते रहे।
मुरादाबाद के बुद्धबाजार के अधिकांश शोरूम में दुकानदार खाली बैठे रहे। साई कांप्लेक्स में एक स्थित एक शेारूम में मालिक हरवंश चड्डा कहते हैं जीएसटी ने बाजार चौपट कर दिया। हरवंश का कहना है कि वैसे तो जीएसटी का सिस्टम ठीक है लेकिन तैयारी अधूरी है। इस वजह से दिक्कत हो रही है। कंप्यूटर विक्रेता रूचि गुप्ता कहती हैं कि जून के अंतिम सप्ताह में हमारी यहां खूब बिक्री हुई लेकिन एक जुलाई को तो बिक्री ना के बराबर है। अभी जीएसटी का सिस्टम समझने में सभी लगे रहे।
मुरादाबाद के चौमुखापुल से थोड़ी दूरी पर स्थित रेती स्ट्रीट। जिसकी पहचान दवाओं की दुकानों से है। यहां दवाओं का थोक कारोबार होता है। जीएसटी के पहले दिन दवाओं की सभी दुकानों पर सन्नाटा पसरा रहा। रिटेल ग्राहक दवाएं खरीदने ही नहीं पहुंचे। विक्रेताओं ने इसकी वजह बिलिंग को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं होना बताई। उनके मुताबिक नए प्रारूप का बिल तैयार नहीं हुआ। मेडिकल स्टोर संचालकों ने तस्वीर साफ नहीं होने तक खरीदारी से गुरेज किया। अमूमन, ग्राहकों से गुलजार रहने वाले रेती स्ट्रीट में अन्य दुकानों पर भी सन्नाटा ही पसरा रहा। साहित्य प्रकाश रस्तोगी, अध्यक्ष, केमिस्ट एसोसिएशन कहते हैं जीएसटी में दवाओं के बिल पर एचएसएन कोड पड़ेगा। यह दवाएं होने का चिह्न होगा। वैट की ब्रांच को हम जीएसटी में बदलकर कारोबार शुरू कर देंगे। नए बिल पर सीजीएसटी और एसजीएसटी पड़ेगा। पहले टिन नंबर पड़ता था।