वायु प्रदूषण:देश के टॉप 5 शहरों में मुरादाबाद
मुरादाबाद। गुलाबी ठंडक के बीच शहर की हवा तेजी के साथ जहरीली होती जा रही है। मुरादाबाद वायु प्रदूषण के मामले में देश के टॉप फाइव शहरों में शामिल हो...

मुरादाबाद। गुलाबी ठंडक के बीच शहर की हवा तेजी के साथ जहरीली होती जा रही है। मुरादाबाद वायु प्रदूषण के मामले में देश के टॉप फाइव शहरों में शामिल हो गया। रविवार को मुरादाबाद देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर रहा।
दिवाली से पहले ही शहर की हवा में भारी धातुओं के अत्यंत महीन जहरीले कणों की मात्रा काफी अधिक बढ़ जाने से हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है। मुरादाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार को 380 तक पहुंच गया। इसके साथ ही मुरादाबाद स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रदूषण के सबसे अधिक खतरनाक मरून जोन की दहलीज पर आ गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 या इससे अधिक पहुंच जाने पर शहर सबसे खतरनाक मरून जोन में शामिल हो जाएगा। वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के ऊपर जाना स्वास्थ्य की दृष्टि से खतरनाक है। एक्यूआई 300 से 400 के बीच रहना प्रदूषण के रेड जोन की स्थिति है। इसमें सांस के मरीजों की परेशानी काफी अधिक बढ़ सकती है। एक्यूआई चार सौ से अधिक पहुंचने पर सांस के मरीजों की समस्या अत्यधिक बढ़ने के साथ ही अन्य लोगों की सेहत भी खतरे में पड़ना शुरू हो जाती है। मुरादाबाद में नेशनल एयर मॉनिटरिंग प्रोग्राम की प्रभारी डॉ.अनामिका त्रिपाठी ने बताया कि आने वाले दिनों में तापमान गिरने और सुबह व रात के समय धुंध छाने से हवा की गुणवत्ता और अधिक खराब हो जाने का अंदेशा है।
पानी का छिड़काव हुआ बेहद जरूरी
इन हालात में शहर के अपेक्षाकृत अधिक प्रदूषित क्षेत्रों में पानी का छिड़काव किया जाना बहुत जरूरी हो गया है। इससे ही हवा में मौजूद अत्यंत जहरीले महीन कण नीचे बैठ सकते हैं। इसी तरीके से इन्हें सांस के जरिये शरीर में जाने से रोका जा सकता है।
डॉ.अनामिका त्रिपाठी, प्रभारी, नेशनल एयर मॉनिटरिंग प्रोग्राम
शहर एक्यूआई
मुरादाबाद 380
बागपत 386
बुलंदशहर 366
ग्रेटर नोएडा 394
जींद 416
मेरठ 378
दिल्ली 364
लखनऊ 286
