टीएमयू जिनालय में 23वें तीर्थंकर श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान का अभिषेक और शांतिधारा की गई। कुलाधिपति, सुरेश जैन ने परिवार संग वर्चुअली सहभागिता की। उत्तम त्याग के दिन शांतिधारा करने का पुण्य वैभव जैन ने कमाया।
संध्या आरती की गई। दस लक्षण महापर्व के आठवें दिन उत्तम त्याग पर जिनालय में सबसे पहले देव शास्त्र गुरु समुच्चय पूजा हुई। सोलह कारण भावना और दस लक्षण धर्म की पूजा हुई। अंत में शांति विधान सभा की गई। डॉ. रवि जैन और डॉ. अर्चना जैन ने अनुष्ठान कराया। कल्पना जैन, डॉ. अर्पित जैन, डॉ. विनीता जैन, जेबी जैन, मुदित जैन, धार्मिक जैन आदि भी मौजूद रहे।