आचार हटने के 48 घंटे के अंदर बीस असलहे लाइसेंस जारी
आचार संहिता के हटने के अड़ताली घंटे के अंदर असलहों के लाइसेंस जारी हो गए। पहली खेप में बीस लाइसेंस जारी हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा भाजपा नेताओं के बताए जाते हैं। इसके बाद अफसरों के नाम लाइसेंस जारी...
आचार संहिता के हटने के अड़ताली घंटे के अंदर असलहों के लाइसेंस जारी हो गए। पहली खेप में बीस लाइसेंस जारी हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा भाजपा नेताओं के बताए जाते हैं। इसके बाद अफसरों के नाम लाइसेंस जारी हुए हैं। अब और लोगों ने पैरवी तेज कर दी है। भाजपा नेताओं से पैरवी करवाई जा रही है।
चुनाव से पहले मुरादाबाद में तमाम लोगों ने प्रयास किए पर एक भी लाइसेंस जिले मे नहीं जारी हुआ। कुछ नेताओं ने भी आचार संहिता लगने के पहले एड़ी चोटी का जोर लगाया। इसके बाद भी असलहों के लाइसेंस जारी नहीं हो सके। चुनाव खत्म होने के बाद तमाम लोगों ने प्रयास किया पर आचार संहिता की वजह से लाइसेंस जारी नहीं हो सके। असलहे दफ्तर पर रोड आवेदकों की भीड़ लगती रही। छब्बीस को जैसे ही आचार संहिता हटी वैसे ही बीस लोगों के असलहे लाइसेंस जारी हो गए। महज अड़तालीस घंटे के अंदर जारी लाइसेंस में सबसे ज्यादा भाजपा नेताओं के हैं। आम आदमी का एक भी लाइसेंस नहीं है। अभी भी तमाम लोग चक्कर लगा रहे हैं। कुछ आवेदकों ने अब नया रास्ता निकाला भाजपा नेताओं का माध्यम। भाजपा नेताओं के माध्यम से कुछ लोग जुगाड़ में जुट गए हैं।
दलाल भी सक्रिय, लेने लगे ठेका
असलहे का लाइसेंस बनवाने को कुछ दलाल भी सक्रिय हो गए हैं जो लाइसेंस बनवाने का ठेका लेने लगे हैं। जो लाइसेंस बनवाने के दावे कर रहे हैं। कुछ लोग इनके चंगुल में फंसने भी लगे हैं।