मंथन:मुरादाबाद के 35 हज़ार कारोबारी पेनाल्टी में घिरे
जिले के पैंतीस हजार कारोबारी जीएसटी के रिटर्न को लेकर समस्या में घिर गए हैं। उनके वार्षिक रिटर्न जमा नहीं हो पा रहे हैं जिसके चलते तीस जून के बाद प्रतिदिन दो सौ रुपए के हिसाब से उन्हें पेनाल्टी...
जिले के पैंतीस हजार कारोबारी जीएसटी के रिटर्न को लेकर समस्या में घिर गए हैं। उनके वार्षिक रिटर्न जमा नहीं हो पा रहे हैं जिसके चलते तीस जून के बाद प्रतिदिन दो सौ रुपए के हिसाब से उन्हें पेनाल्टी चुकाने की चिंता ने घेर लिया है। रविवार को टीएमआईएमटी में आयोजित टैक्स फेडरेशन के सेमिनार में जुटे शहर भर के टैक्स अधिवक्ताओं ने इस समस्या को लेकर गंभीर मंथन किया।
अध्यक्षता करते हुए टैक्स फेडरेशन के चेयरमैन गोविंद प्रसाद मेहरोत्रा ने कहा कि वार्षिक जीएसटीआर नौ को भरने की प्रक्रिया चल रही है। इसकी अंतिम तारीख 30 जून है, लेकिन, जीएसटी में पंजीकृत मुरादाबाद के 80 फीसदी कारोबारी इसे नहीं भर पा रहे हैं क्योंकि, मासिक रिटर्न भरने में हुईं त्रुटियों के चलते विवरण का मिलान नहीं हो पाने से रिटर्न सबमिट ही नहीं हो रहा है। समस्या का कारण व्यापारियों को रिटर्न में संधोधन का मौका नहीं मिल पाना है। बिना संशोधन हुए जीएसटीआर नौ भरने की अंतिम तारीख बढ़ाना फायदेमंद नहीं होगा। यह बहुत गंभीर समस्या है जिसका सरकार को कोई समाधान निकालना होगा। मुख्य वक्ता मुजफ्फरनगर के नरेंद्र कुमार अरोड़ा ने बताया कि लेखों में जो इनपुट टैक्स क्रेडिट आ रहा है उसी को ही क्लेम करना है। सेमिनार में शहर के टैक्स अधिवक्ता भारी संख्या में पहुंचे। टीएमआईएमटी का सभागार खचाखच भर गया। सचिव मिर्जा आसिफ बेग ने बताया कि नौ ए में खरीद की भी समरी देनी है। अरविंद कुमार सिंघल, मिर्जा आसिफ बेग, एसके वर्मा, राजीव जौहरी, मनीष अग्रवाल, रामबाबू कश्यप, रमेश सक्सेना, उपदेश चंद्र अग्रवाल, शाहिद हुसैन, पवन प्रकाश, डीके गुप्ता, प्रमोद कश्यप, यासर इरफान, असद अली, ताबिश जमाल आदि रहे।