चार गुना मुआवजे को लेकर अनशन पर डटे हैं किसान
चार गुना मुआवजे की मांग को लेकर पांच दिन से भारतीय किसान यूनियन अनिश्चितकालीन अनशन पर डटी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। जिसमें आरोप लगाया कि सिंचाई विभाग अपने...
चार गुना मुआवजे की मांग को लेकर पांच दिन से भारतीय किसान यूनियन अनिश्चितकालीन अनशन पर डटी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। जिसमें आरोप लगाया कि सिंचाई विभाग अपने वायदे से मुकर रहा है। लंबा समय बीतने के बाद भी किसानों का उनका मुआवजा नहीं दिया गया। जिससे उनमें आक्रोश पनप रहा है।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष निरंजन सिंह राजपूत के नेतृत्व में 11 अगस्त से किसान अम्बेडकर पार्क में चार गुने मुआवजे की मांग को लेकर अनशन में डटे हैं। मंगलवार को यूनियन ने प्रधानमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी सहदेव को सौंपा है। जिसमें कहा है कि लहचूरा बांध से कबरई बांध को मिलाने वाले नाले में सैकड़ों किसानों की भूमि अधिग्रहीत की गई है। जिसमें सिंचाई विभाग बढ़े सर्किल रेट के हिसाब से मुआवजा दिए जाने का वादा किया गया था। लेकिन अब सिंचाई विभाग अपने वायदे से मुकर गया है। किसानों को चार गुना मुआवजा देने में आनाकानी कर रहा है। जिससे किसान पूरी तरह परेशान है। कई बार जिला प्रशासन के अलावा सरकार को मामले से अवगत करा चुके लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। किसानों ने ऐलान किया है कि जब तक मुआवजे को लेकर उचित आश्वासन नहीं दिया जाता वह अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखेंगे। बरसात के मौसम में अम्बेडकर पार्क में झोपड़ी डालकर किसान अनशन कर रहे हैं। अनशन में मुन्नीलाल, रमइयां, कबीर उद्दीन, मीरा बाई, गयादीन, ब्रजलाल, पुन्ना, नन्हू, रामदयाल, कल्लू, तुलाराम के अलावा एक सैकड़ा लोग शामिल रहे।