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बीएसए की सुस्त कार्यप्रणाली पर डीएम ने लगाई फटकार

प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व एमडीएम की स्थिति जानने के लिए सोमवार को डीएम ने स्वयं गौरहारी न्याय पंचायत के विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। जहां शिक्षा के गिरते स्तर...

प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व एमडीएम की स्थिति जानने के लिए सोमवार को डीएम ने स्वयं गौरहारी न्याय पंचायत के  विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। जहां शिक्षा के गिरते स्तर...
1/ 2प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व एमडीएम की स्थिति जानने के लिए सोमवार को डीएम ने स्वयं गौरहारी न्याय पंचायत के विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। जहां शिक्षा के गिरते स्तर...
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व एमडीएम की स्थिति जानने के लिए सोमवार को डीएम ने स्वयं गौरहारी न्याय पंचायत के  विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। जहां शिक्षा के गिरते स्तर...
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हिन्दुस्तान टीम,महोबाMon, 15 Oct 2018 11:22 PM
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प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता व एमडीएम की स्थिति जानने के लिए सोमवार को डीएम ने स्वयं गौरहारी न्याय पंचायत के विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। जहां शिक्षा के गिरते स्तर पर कड़ी नाराजगी जताई और शिक्षकों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर यही हाल रहा तो विद्यालय बंद करना पडेग़ा। इसके अलावा बीएसए की सुस्त कार्यप्रणाली पर भी डीएम ने फटकार लगाई।

जिलाधिकारी सहदेव ने 39 न्याय पंचायतों के अन्तर्गत सभी विद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं का स्थलीय सत्यापन के लिए नोडल अधिकारियों को सोमवार की सुबह 10 बजे रवाना किया और शाम तक सत्यापन रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश दिए। रिपोर्ट में नोडल अधिकारियों से विद्यालय के भवन, शौचालय व पेयजल की स्थिति, रैम्प, बाउंड्री बाल, कक्षावार पंजीकृत छात्रों की संख्या, निरीक्षण के समय उपस्थिति छात्रों की संख्या, तैनात अध्यापक व शिक्षामित्रों की संख्या आदि की सत्यापन की अपेक्षा की। उन्होंने स्वयं गौरहारी न्याय पंचायत के विद्यालयों का गहन निरीक्षण किया। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति चिंताजनक बताते हुए कहा कि महज 25 प्रतिशत विद्यार्थी ही नियमित शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिक्षक भी नियमित क्लास नहीं लेते हैं। साथ ही बिना अवकाश स्वीकृति के विद्यालय नदारद रहते हैं। ऐसे गैर जिम्मेवार अध्यापकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों की स्थिति को निराशाजनक बताते हुए कहा कि बच्चों को पका हुआ भोजन सहायिकाओं द्वारा नहीं खिलाया जाता है। जानबूझकर लापरवाही करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी। विद्यालय के निरीक्षण के दौरान पूर्व माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने शिकायत की कि सप्ताह में मात्र एक दिन एक चम्मज पाउडर का दूध दिया जाता है। इस पर डीएम ने संबंधित प्रधानाचार्य को फटकार लगाते हुए कहा कि बच्चो को मीनू के अनुसार भेाजन दिया जाए। इसके अलावा उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सूचना अधिकारी सतीश कुमार यादव आदि रहे।

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