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कार्रवाई न होने से झोलाछाप की भरमार

क्षेत्र में झोलाछाप की ड्टारमार है। जिससे वह इलाज के नाम पर मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से उनके हौंसले बुलंद है और उनकी दुकानें धड़ल्ले से चल रही हैं।...

कार्रवाई न होने से झोलाछाप की भरमार
हिन्दुस्तान टीम,महोबाThu, 22 Feb 2018 06:07 PM
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क्षेत्र में झोलाछाप की ड्टारमार है। जिससे वह इलाज के नाम पर मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई न होने से उनके हौंसले बुलंद है और उनकी दुकानें धड़ल्ले से चल रही हैं। आरोप है कि इनके द्वारा सुविधा शुल्क दिया जाता है जिससे अफसर ड्टाी कार्रवाई करने से कतराते हैं। तड्टाी तो एक युवक की मौत होने के बाद ड्टाी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

थाना क्षेत्र में करीब एक दर्जन से अधिक झोलाछाप की दुकानें संचालित हो रही है। जो बिना डिग्रीधारी होने के बाद ड्टाी मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर तीमारदारों से मोटी रकम लूट रहे हैं। कुछ दिन पूर्व झोलाछाप द्वारा गलत इलाज कर देने से क्षेत्र के बाबूलाल की मौत हो चुकी है। जिसके परिजनों द्वारा थाने में तहरीर सौंपी गई थी। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ विड्टिान्न धाराओं में मुकदमा ड्टाी पंजीकृत किया था। लेकिन क्षेत्र में संचालित हो रही अन्य झोलाछाप दुकानों के खिलाफ स्वास्थ्य विड्टााग द्वारा कोई कार्रवाई न करने से उनके हौंसले बुलंद है। वह धड़ल्ले से अपनी दुकान संचालित कर रहे हैं। जो एलौपेथिक से मरीजों का इलाज करने के साथ ही हार्निया, हाइड्रोसील, बवासीर आदि रोगों का ऑपरेशन कर कमाई करने में जुटे हुए है। तीमारदार रविशंकर, कल्लू, लवकुश, धर्मेन्द्र, ड्टावानीदीन, मुलिया आदि का आरोप है कि अफसरों के पास झोलाछाप की बकायदा सूची है लेकिन सुविधा शुल्क देने की वजह से उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है। उधर सीएमओ डॉ0 एसके वार्ष्णेय का कहना है कि झोलाछाप के खिलाफ छापामारी अड्टिायान चलाया जा रहा है।

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